जवानों ने खेत में कुछ चीज गिरने की आवाज सुनी
बीएसएफ प्रवक्ता के मुताबिक अमृतसर सेक्टर हेडक्वार्टर के तहत जवान 15 अप्रैल की सुबह करीब 3 बज कर 21 मिनट पर सीमांत इलाका में गश्त कर रहे थे। इस दौरान बार्डर आब्जर्विंग पोस्ट (बीओपी) मुल्लाकोट इलाका में जवानों ने पाकिस्तान की तरफ से घुसे एक ड्रोन की आवाज सुनी। जवानों ने तुरंत ड्रोन पर फायरिंग कर दी। बीएसएफ जवानों ने इस बीच ही गांव बच्चीविंड के एक खेत में कुछ चीज गिरने की आवाज सुनी। जिसके बाद पूरे इलाके को घेर लिया और वहां सर्च अभियान शुरु कर दिया।
गेहूं के खेत में मिला बैग
सर्च के दौरान बल के जवानों को बच्चीविंड गांव के एक गेहूं के खेत में गिरा एक बड़ा बैग मिला। जिसके अंदर हेरोइन के तीन पैकेट (3.2 किलो) मिली। जिसके साथ एक लोहे का रिंग और एक चमकीली स्ट्राइप अटैच किया गया था। बल के जवान पुलिस के साथ मिलकर पूरे इलाके में सर्च अभियान लगातार चला रहे हैं, ताकि अगर ड्रोन कहीं कुछ और भी गिरा कर गया है, तो उसे भी बरामद किया जा सके।
लेकिन, उस लड़की को युवक पसंद नहीं आई। हैरानी के बात ये कि इस दौरान युवक को उसकी मां पर दिल आ गया। बाद में, वह लड़की की मां को लेकर भाग गया। अब ये मामला पुलिस तक पहुंच गया है। ये पूरा मामला पश्चिम बंगाल के मालदा का है।
मिली जानकारी के अनुसार गजोल थाना क्षेत्र करकच पंचायत के इचाहार गांव में एक युवक शादी के लिए लड़की देखने के लिए आया था। जहां उसकी जमकर खातिरदारी हुई। लेकिन, उस लड़की को युवक पसंद नहीं आई। इस दौरान, युवक को उसकी मां पर लड़के का दिल आ गया। बाद में, वह लड़की की मां को लेकर भाग गया। इस घटना के बाद, इलाके में हड़कंप मच गया।
इसे लेकर महिला के पति ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर, महिला की तलाश शुरू कर दी है। परिजनों का कहना है कि महिला अपने तीन बच्चों को छोड़कर बेटी देखने आए युवक के साथ फरार हो गई। इस घटना के बाद पूरा परिवार सकते में है।
]]>अगले महीने से होगा लागू
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (National Rural Employment Guarantee Act, 2005) के तहत मजदूरी की दरों में बदलाव को लेकर 24 मार्च को नोटिफिकेशन जारी किया था. अब अगले वित्त वर्ष यानी 2023-24 के लिए मनरेगा की बढ़ी हुई दरें अधिसूचित कर दी गई हैं. इसका मतलब हुआ कि मनरेगा योजना के तहत ग्रमीण मजदूरों को 01 अप्रैल 2023 से ज्यादा पैसे मिलेंगे.
इस राज्य में सबसे ज्यादा दर
मनरेगा की दरों में बदलाव के बाद अब हरियाणा में दिहाड़ी मजदूरी सबसे ज्यादा 357 रुपये हो गई है, जबकि 221 रुपये प्रति दिन की मजदूरी के साथ छत्तीसगढ़ सबसे नीचे है. केंद्र सरकार के पास महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005 की धारा 6(1) के तहत योजना की मजदूरी की दरों में बदलाव करने का अधिकार है. सरकार ने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया है.
यहां सबसे ज्यादा बढ़ी मजदूरी
अगले महीने से मनरेगा की दरों में राज्यों के हिसाब से 07 रुपये से लेकर 26 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. पुरानी दरों और नई दरों की तुलना करें तो राजस्थान में सबसे ज्यादा 10.38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. राजस्थान में मनरेगा की मौजूदा दर 231 रुपये प्रति दिन है, जो अब 01 अप्रैल से बढ़कर 255 रुपये प्रति दिन हो जाएगी.
इन राज्यों में सबसे कम वृद्धि
इसी तरह बिहार और झारखंड में दरों में करीब 8-8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इन दोनों राज्यों में अभी मनरेगा की दिहाड़ी मजदूरी 210 रुपये है, जिसे बढ़ाकर 228 रुपये कर दिया गया है. छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के लिए मनरेगा की दरें 8 फीसदी से कुछ ज्यादा बढ़ी हैं. पहले इन दोनों राज्यों में दिहाड़ी मजदूरी 204 रुपये थी, जिसे 17 रुपये बढ़ाकर 221 रुपये कर दिया गया है. प्रतिशत के हिसाब से कर्नाटक, गोवा, मेघालय और मणिपुर में सबसे कम करीब 2-2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
ये है मनरेगा का उद्देश्य
केंद्र सरकार ने ग्रामीण इलाकों में लोगों को रोजगार की गारंटी देने के लिए इस योजना की शुरुआत साल 2006 में की थी. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के अकुशल मजदूरों को एक वित्त वर्ष में कम से कम 100 दिनों के काम की गारंटी देना है, ताकि इससे होने वाली कमाई से गरीब ग्रामीण परिवारों के जीवन-यापन के स्तर को सुधारा जा सके. ग्रामीण विकास मंत्रालय की इस योजना को कई अंतरराष्ट्रीय योजनाओं से सराहना मिल चुकी है.
हाल ही में भिखारियों की चर्चा सोशल मीडिया पर तब हुई जब एक शख्स ने लिखा कि वह अब भिखारियों को पैसा नहीं देगा क्योंकि वे बहुत अमीर होते हैं.
भिखारियों की वायरल कहानियां
जब इस यूजर ने सोशल मीडिया पर यह लिखा तो लोग उसके ऊपर भड़क गए. उसने कुछ समय बाद अपना यह ट्वीट डिलीट तो कर दिया लेकिन कुछ समय के लिए भिखारी ट्रेंड करने लगा. कुछ लोग इस बात के पक्ष में नजर आए तो कुछ उससे असहमत नजर आए. वहीं कुछ लोग भिखारियों की वायरल कहानियां भी बताने लगे. इसी में एक ऐसे भिखारी की कहानी वायरल हुई जिसके पास अकूत संपत्ति निकली.
कई इलाकों में बैठकर भीख मांगता
असल में इस वाले भिखारी की कहानी लेबनान के एक शहर की है. और यह कुछ साल पुरानी कहानी है जो अब फिर से चर्चा में आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह भिखारी उस शहर के कई इलाकों में बैठकर भीख मांगता था. फिर अचानक एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि वह बैंक पहुंच गया और उसे कुछ पैसे अपने दूसरे खाते में ट्रांसफर हो गए थे.
इसके बाद उस बैंक में नगदी की समस्या हो गई और कर्मचारियों ने हाथ खड़े कर दिए थे. जब उसके बारे में पता किया तो सब चौंक गए कि इसके पास इतना पैसा कैसे आ गया. बताया गया कि उसके खाते में करोड़ों रुपए हैं. हालांकि यह कोई पहले मामला नहीं है जब भिखारियों के पास इतनी अकूत संपत्ति सामने आई है. भारत के ही कई शहरों से ऐसी कहानियां सामने आ चुकी हैं.
]]>ए एस आई की हत्या से थाना प्रभारी बांगो द्वारा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकरियों को सूचना दिया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक यू. उदय किरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड, सायबर सेल की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण ने आवश्यक दिशा निर्देश दिये। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर बी एन मीना द्वारा भी घटना स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
प्रकरण में थाना बांगो में अपराध क्रमांक 46 / 2023 धारा 458, 302 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर पुलिस अधीक्षक कोरबा द्वारा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में जल्द से जल्द अज्ञात आरोपी को पकड़ने टीम गठित किया गया। अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु एफएसएल टीम, डॉग स्क्वायड कोरबा एवम बिलासपुर की सयुंक्त सायबर टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर जांच में जुट गई। मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु पुलिस टीम विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से अनुसंधान कर रही थी। सयुंक्त सायबर टीम मामले की बारीकी से जांच कर रही थी। साइबर टीम द्वारा घटना का समय जो रात्रि 12 बजे से सुबह 06:30 बजे के बीच का होने से उस समय का तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था जिसमें विश्लेषण के आधार पर संदेही करण गिरी को आईडेंटिफाई किया गया।
संदेही करण गिरी को तलब कर पूछताछ किया गया जो पहले घटना करने से इंकार करता रहा फिर सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा घटना करना स्वीकार किया गया। उसने बताया कि मृतक ए एस आई नरेन्द्र सिंह परिहार ने उसे माह दिसम्बर में शराब प्रकरण में जेल भेज दिया था। उसे करीब 15-20 दिन जेल में रहना पड़ा था। उसने बताया कि दिनांक 08/03/2023 को होली त्योहार में मोहल्ला में डीजे बजाकर होली त्योहार मना रहे थे तब थाना से ए एस आई नरेन्द्र सिंह परिहार आकर रात्रि 09:30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे थाना ले गया था तथा दूसरे दिन दिनांक 09.03.2023 को रात्रि 09:30 बजे तक पुलिस वाले डी जे बजाकर होली मना रहे थे, जिसमें परिहार साहब भी शामिल थे जिसे देखकर आक्रोशित होकर आज रात को मर्डर कर के रहूंगा कहकर पुलिस वालों का आना जाना बंद हो जाने के बाद, सूनसान पाकर परिहार साहाब के कमरा के दरवाजा को खटखटाया जैसे ही परिहार साहब दरवाजा खोले तब मुझे ढंग से होली नहीं मनाने दिये और जेल भेज दिये कहकर आक्रोशित होकर मर्डर करने के लिये टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर परिहार साहब को मारकर वहां से भाग गया। घटना कारित करने के बाद नदी के पास झाड़ी में टंगिया को छिपा दिया था जिसे आरोपी के निशानदेही पर जप्त किया गया। घटना में प्रार्थी एवं गवाहों का कथन, निरीक्षण घटना स्थल, पीएम रिपोर्ट, जप्तशुदा टांगी, कपडा एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपी करन गिरी पिता राजकुमार गिरी उम्र 25 वर्ष साकिन ठिहाईपारा बावापारा कोनकोना थाना बांगो जिला कोरबा छ.ग. के द्वारा अपराध धारा सदर का घटित करना पाये जाने से गिरफ्तार कर लिया गया है।
]]>यह वारदात आरा जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र में भेलाई गांव की है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची आरा पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. अभी तक बदमाशों के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. हालांकि बताया जा रहा है कि यह वारदात एक जमीनी विवाद के चलते अंजाम दी गई है.
पुलिस के मुताबिक मृत बच्ची की पहचान रोहतास जिले के कुंड गांव में रहने वाले कृष्णा सिंह की बेटी आराध्या (8) के रूप में हुई है. कृष्णा सिंह काफी समय पहले अपना गांव छोड़ कर आरा के भेलाई गांव आ गए थे और यहीं पर अपना घर बनाकर रह रहे थे. पुलिस की जांच में पता चला है कि रोहताश जिले में करीब 25 एकड़ जमीन को लेकर कृष्णा सिंह का कुछ लोगों से विवाद चल रहा था. इस विवाद में कृष्णा सिंह और उनके भाई पर पहले भी एक बार फायरिंग हो चुकी है.
इसमें उनके भाई की तो मौत हो गई थी, लेकिन खुद कृष्णा सिंह एक गोली लगने के बाद भी जिंदा बच गए थे. पुलिस के मुताबिक इसी मामले में दूसरे पक्ष के लोगों ने कृष्णा सिंह की हत्या की सुपारी दी थी. इसके बाद दो बदमाश शुक्रवार की दोपहर उनके भेलाई स्थित घर पहुंचे थे. यहां बदमाश धड़धड़ाते हुए उनके घर में घुसे और चारो तरफ तलाश किया, लेकिन जब कहीं उनका पता नहीं चला तो जाते जाते बदमाशों ने उनकी बेटी आराध्या पर गोली चला दी.
इससे मौके पर ही तड़प तड़प कर उसकी मौत हो गई. आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मासूम बच्ची का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है. वहीं परिजनों के बयान के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है.
इसी क्रम में पुलिस की एक टीम बदमाशों की पहचान और धरपकड़ के लिए रोहतास भी भेजी गई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अभी तक हत्यारोपियों की पहचान नहीं हो पायी है. फिलहाल इतनी ही जानकारी मिली है कि हत्यारोपी हॉयर किए गए थे. इसके लिए उन्हें सुपारी दी गई थी.
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पीड़िता बताई कि कॉलेज आने-जाने के दौरान रघुवीर अक्सर उसका पीछा कर उल्टे-सीधे कमेंट्स करता था । एक दिन रघुवीर प्रेम करता हूं, शादी करूंगा बोला, उसके बातों को नजर अंदाज कर रही थी । पिछले साल 15 अक्टूबर को रघुवीर चौहान बहला फुसलाकर अपने मोटरसाइकिल में बिठाकर भूपदेवपुर की ओर ले गया और एक बंद स्कूल कमरे में शादी का प्रलोभन देकर बगैर सहमति शारीरिक संबंध बनाया । कुछ दिन बाद रघुवीर बताया कि वो दोनों का मोबाइल पर विडियो बनाकर रख लिया है और उस विडियो को वायरल कर दिया ।
वायरल विडियो की जानकारी घरवालों को हुई । पीड़िता के आवेदन पर आरोपी के विरूद्ध धारा 354(घ),376,509(ख) आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया । चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक अमिताभ खांडेकर द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराकर उनके मार्गदर्शन पर तत्काल आरोपी की गिरफ्तारी के लिये भूपदेवपुर में दबिश दिया और आरोपी रघुवीर चौहन उम्र 24 साल निवासी ग्राम-सिघनपुर थाना भूपदेवपुर को हिरासत में लेकर थाना खरसिया लाया गया ।
आरोपी को आज ज्युडिसियल रिमांड पर कोर्ट पेश किया गया, माननीय न्यायालय द्वारा खरसिया पुलिस का रिमांड स्वीकृत कर आरोपी का जेल वारंट जारी किये जाने पर आरोपी को जेल दाखिल किया गया है । आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी में चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक अमिताभ खांडेकर, सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मी राठौर, महिला प्रधान आरक्षक सरोजनी राठौर की अहम भूमिका रही है ।
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इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह तकरीबन 7 बजे कोरबा जिले के मडवारानी जंगल से भोजन और पानी की तलाश मंे भटकते हुए एक चीतल ग्राम पुरैना पहुंच गया था। जहां एक के बाद एक 3 कुत्तों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। इससे चीतल गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीणों ने मामले की सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को दी गई, लेकिन कई घंटे बीत जाने पर भी मौके पर वन विभाग का कोई भी अधिकारी कर्मचारी नही पहुंचा।
काफी देर बाद वन विभाग का एक कर्मचारी गांव पहुंचा भी, लेकिन चीतल को चिकित्सक के पास ले जाने के बजाय वहीं पर मूकदर्शक बनकर खड़ा रहा। तब तक चीतल की हालत काफी बिगड़ चुकी थी। इलाज के अभाव में 3 घंटों तक तड़पने के बाद चीतल ने दम तोड़ दिया।
कोरबा वनमंडल के अंतर्गत आने वाले करतला वन परिक्षेत्र के मड़वारानी जंगल में बड़ी संख्या में चीतल, हिरण जैसे वन्य प्राणी विचरण करते हैं, जो गर्मी शुरू होते ही भोजन और पानी की तलाश में रिहायशी बस्तियों की ओर आते हैं। यहां ये या तो इंसानों या फिर किसी और जानवरों का शिकार बन जाते हैं। इन सबके बावजूद वन विभाग इन वन्यप्राणियों की जान बचाने को लेकर गंभीर नजर नहीं आता है।
रायगढ़। नगर निगम के द्वारा साफ-सफाई के नाम पर शहर में लाखों रूपये खर्च करने के बावजूद आज भी कई ऐसे क्षेत्र है जहां नियमित साफ सफाई नही हो पाती। साथ ही साथ गंदा पानी सड़क में बहने से लोगों को आने-जाने में कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। आलम यह है कि कभी भी इन क्षेत्रों में कोई गंभीर बीमार पैर पसार कर कईयों को अपनी चपेट में भी ले सकता है। शहर के वार्ड नंबर 26 मेडिकल कालेज रोड़ में स्थित साहेबराम नगर में बीते कई महीनों से लोगों का गंदा पानी सड़कों में बह रहा है कई बार शिकायत करने के बावजूद उनकी समस्या का आज तक समाधान नही हा सका।
शहर के मेडिकल कालेज रोड़ में स्थित साहेब राम नगर वार्ड नं 26 में नाली का पानी सड़कमें बहने और जमा रहने से लोगों को आने-जाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नाली जाम रहने से कॉलोनी में बनी आरसीसी सड़क के ऊपर भी गंदा पानी बह रहा है। वहीं गंदा पानी बहने से यहां तरह के संक्रामक बीमारी फैलने का भी खतरा बना हुआ है। यहाँ के रहवासियों का कहना है कि लोगों के घरों का गंदा पानी सड़क पर फैला रहता है। बरसात होने पर यहां के लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ जाती है।
स्थानीय लोगों ने मामले की कई बार शिकायत की, परंतु हमेशा की तरह उन्हें आश्वासन ही मिलता रहा है। घरों का गंदा पानी सड़क पर बहने से यहां के रहवासी परेशान हैं। यहाँ के लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। सड़क पर बह रहे गंदे पानी से होकर सुबह अपने-अपने काम में आने-जाने को विवश हैं।
कई बार गुहार लगाने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नही होनें के कारण वो दिन दूर नही जब यहां के रहवासी किसी संक्रमण बीमारी की चपेट मंे आ जाए। समय रहते यहां हो समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उसका निराकरण नही किया गया तो आने वाले दिनों में यहां कोई गंभीर बीमारी पैर पसार सकती है इस बात से इंकार नही किया जा सकता।
]]>आपने देखा होगा कि आंखों में जलन या कोई अन्य परेशानी आने पर कुछ लोग खुद ही मेडिकल स्टोर से आई ड्रॉप लाकर डाल लेते हैं। हालांकि कई बार गलत दवा के इस्तेमाल से परेशानी बढ़ सकती है। अमरीका में कुछ लोगों के साथ ऐसा ही हुआ।
अमरीका के हेल्थ ऑफिशियल्स ने हाल ही में वहां हुई एक घटना को शेयर किया। दरअसल, यहां अचानक ही कई लोग आंखों में समस्या लेकर हॉस्पिटल आए। इनमें से एक की मौत हो गई, जबकि कई की हालत बेहद खराब है। इन सबकी आंखों में दिक्कत देखने को मिली। कई की आंखें निकालनी पड़ी। बाद में पता चला कि उन सबने अपनी आंखों में आईड्रॉप्स डाला था। ये ड्रग्स आंखों को बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाने वाला था लेकिन इसकी वजह से कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।
द सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने बताया कि इस आई ड्राप को डालकर करीब 68 लोग इन्फेक्ट हो गए। इन सबकी आंखों में Pseudomonas aeruginosa के स्टेन देखने को मिले। इन रोगियों में से एक की मौत हो गई जबकि आठ लोग अंधे हो गए। करीब चार लोगों की आंखें सर्जरी कर निकालनी पड़ी। ये सभी लोग यूएसए के करीब 16 अलग-अलग स्टेस्ट्स में पाए गए हैं। सबसे हैरानी की बात ये है कि इससे पहले ऐसा इन्फेक्शन कभी देखने को नहीं मिला था।
सीडीसी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इनमें में ज्यादातर ने आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया था। इसके बाद करीब दस ब्रांड्स के आई ड्रॉप्स को जांच के लिए भेज दिया गया है। इससे पहले भी दो ब्रांड के आई ड्रॉप्स, जो भारत में बनाए गए थे, अमरीका के मेडिकल शॉप्स में बैन किये जा चुके हैं। इससे पहले सीडीसी ने जनवरी में वार्निंग जारी की थी कि वो zriCare Artificial Tears और Delsam Pharma’s Artificial Tears का इस्तेमाल बंद कर दे। लेकिन अब इन दोनों के बैन होने के बाद भी दूसरे आई ड्रॉप्स ने ये करामात कर दिया।
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