गुजरात के वड़ोदरा से एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत का अनोखा मामला सामने आया है। दरसअल संक्रमित व्यक्ति के बचने की बहुत की कम संभावना थी। लेकिन उसकी पत्नी मां बनना चाहती थी। हालात को देखते हुए पत्नी ने डॉक्टरों से स्पर्म संरक्षित करने की मंशा जाहिर की, लेकिन संक्रमित पति की हालत नाजुक होने के चलते डॉक्टरों ने कोर्ट से मंजूरी लेने की बात कही।
डॉक्टरों के निर्देश के अनुसार महिला ने हाईकोर्ट में एक अर्जेंट याचिका लगाई, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए। कोर्ट ने अस्पताल प्रबंधन तथा राज्य सरकार को इसकी प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दे दिया था। शुक्रवार को स्पर्म से पत्नी के गर्भ धारण करने का फैसला होना है। लेकिन इससे पहले ही स्पर्म संरक्षित करने के महज 30 घंटे बाद ही पति ने दम तोड़ दिया।
बताया गया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद युवक का मल्टीपल ऑर्गन खराब हो जाने के कारण उसकी मौत हो गई। बताया गया कि पति जब अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था तब पत्नी ने उसकी निशानी के रूप में उसके स्पर्म से ही गर्भधारण करने की इच्छा जताई जिसकी प्रक्रिया हाई कोर्ट के निर्देश पर शुरू हो चुकी है।