जशपुर जिला अपनी प्राकृतिक छटाओं के लिए पूरे प्रदेश में जाना जाता है,वहीं यहां के निवासी उच्च पदों पर आसीन होकर भी बेहद सहज और मधुर व्यवहार समेटे होते हैं।मूलतः जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड के छोटे से गांव पिरई से एक शिक्षक अपनी योग्यताओं के बल पर डाइट प्राचार्य,कई जिलों में जिला शिक्षा अधिकारी और लोक शिक्षण संचालनालय,एस सी ई आर टी जैसे महत्त्वपूर्ण शिक्षा संस्थानों पर अहम जिम्मेदारी संभालते हुए अपने गृह जिला जशपुर से जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर अंतिम जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे श्री नथानियल कुजूर तब भावुक हो उठे जब जिलाध्यक्ष विपिन कुमार ओझा के नेतृत्व में सर्व शिक्षक संघ के कार्यकारिणी एवं संघ के साथी सदस्यों ने सेवानिवृत्ति विदाई समारोह आयोजित की।इस अवसर पर संगठन द्वारा एन कुजूर को शॉल,श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।आंखों से बहने वाले आंसुओ को रोकते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने प्रारभिक बाल जीवन की गाथाओं से होते हुए बेरला में बतौर शिक्षक हुई प्रथम नियुक्ति से लेकर जशपुर जिला शिक्षा अधिकारी तक की जीवन यात्रा को संघ के साथ साझा किया,और साथ ही आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी जशपुर के शैक्षिक कार्यक्रमों में सदैव जुड़े रहने की बात कही।सर्व शिक्षक संघ द्वारा एन कुजूर के माध्यम से पौधरोपण करा कर इसे deo सर की स्मृति स्वरूप जिला शिक्षा कार्यालय को भेंट भी किया गया।इस अवसर पर सर्व शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विपिन कुमार ओझा,जिला उपाध्यक्ष अमित कुमार जैन,जिला सचिव दिलीप यादव,जिला आई टी सेल प्रभारी मनीष खलखो के साथ जिला पदाधिकारी राजेश कुर्रे,सुश्री कविता सिंह,श्रीमती नीतू पाठक,कविराज आरिक, जगमोहन राठौर, दिगम्बर श्रीवास,सत्येंद्र कुमार साहू,जशपुर ब्लॉक अध्यक्ष प्रह्लाद सिदार और जिला कार्यालय से जिला संगठन आयुक्त(स्काउट) रूपेश पाणिग्राही उपस्थित रहे।