रायगढ़। पर्यावरण बचाव संघर्ष समिति रायगढ़ के द्वारा आज गाँधी चौक में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया था, साथ ही रायगढ़ कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और पर्यावरण अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। अध्यक्ष सिरिल धृतलहरे ने बताया कि रायगढ़ जिले में दिन-प्रतिदिन बढ़ते खनन परियोजना एवं उद्योगों की स्थापना के कारण बढ़ते उद्योगिक प्रदूषण एवं दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों का सबसे बड़ा कारण यह है कि खनन परियोजना एवं उद्योग परियोजना द्वारा पर्यावरण शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है, वहीं रायगढ़ जिले में ओवरलोडिंग चलने वाले भारी वाहनों के कारण सड़कें छतिग्रस्त है, जिसके कारण रायगढ़ जिले में प्रत्येक दिन सड़क दुर्घटनाएं होती है, जिससे जानमाल की दिन-प्रतिदिन छति हो रही है, वही रायगढ़ में बढ़ते प्रदूषण के कारण दमा, केंसर, सिल्कोसिस और टी.वी. जैसे गंभीर बीमारियां व्यापक पैमाने पर फैल रही है।
उन्होंने आगे बताया कि खनन एवं उद्योग परियोजनाओं में पर्यावरणीय शर्तों का पालन करवाया जाय एवं भारी वाहनों में ओवरलोडिंग यातायात को बंदकर रायगढ़ को प्रदूषण मुक्त करने कार्यवाही करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया, साथ ही जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और पर्यावरण अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी गयी कि अगर इसमें कार्यवाही नहीं हुई तो आगे कलेक्टेड घेराव, आर्थिक नाकेबंदी जैसे उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
जनचेतना मंच के राजेश त्रिपाठी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पिछले कई सालों से हम पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए आंदोलन कर रहे हैं, पर अब स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गयी है। अब रायगढ़ और प्रदूषण का मार नहीं झेल सकता। लगातार हो रहे उद्योग विस्तार और नए उद्योगों के स्थापना को अब रोक देना चाहिए, क्योंकि अब प्रदूषण का स्तर भयावह रूप ले चुका है, जिसके लिए आंदोलन जारी रहेगा। इस धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से सिरिल धृतलहरे, राजेश त्रिपाठी, राधेश्याम शर्मा, आलोक स्वर्णकार, सम्पत चौहान, लल्लू सिंह, गजपति नायक, मनीष गोंड़, बबली चौहान, उमेश तिर्की, आरिफ खान सहित पर्यावरण बचाव संघर्ष समिति के दर्जनों सदस्यगण उपस्थित रहे।