किशोर की हत्या करने के बाद शव के दफनाने वाला आरोपी ही किशोर के पिता के साथ उसकी तलाश में लगा रहा, ताकि आरोपी पर कोई शक न करें। आरोपी किशोर के पिता को कभी फरिहा तो कभी लालपुर में घुमाता रहा।
पुलिस के हिरासत में लेने के बाद आरोपी ने अपनी चुप्पी तोड़ी और हत्या कर शव को दफनाने की बात कबूली। शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। शव देख पुलिस की भी रूह कांप गई। गांव सलेमपुर निवासी विनोद का पुत्र कृष्णा सिर्फ पांचवी कक्षा तक ही पढ़ा है।
उसके बाद उसने अपने भाईयों ओर परिवार की जिम्मेदारियों को पिता के साथ मिलकर अपने सिर पर ले लीं। किशोर मेहनत-मजूदरी कर पिता के साथ मिलकर परिवार का भरण-पोषण करने लगा। पीड़ित पिता के अनुसार 19 अक्तूबर देर शाम करीब छह बजे पहले सुमित और बाद में अमित घर आकर कृष्णा को साथ ले गए।
देर रात तक कृष्णा घर नहीं आया तो पिता को चिंता हुई। पिता ने सुमित के घर जाकर जानकारी की। तो लालपुर काम करने जाने का बात कह दी। उसके बाद वह नहीं आया तो दोनों भाई पिता के साथ मिलकर किशोर की सुरागकसी कराने में जुट गए। ताकि कोई उन पर शक न करें। उसके बाद पिता ने सुमित के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
सलेमपुर निवासी विनोद के चार पुत्र हैं। जिनमें से कृष्णा सबसे बड़ा था। वह मेहनत मजूदरी कर पिता के साथ मिलकर घर का खर्चा उठाता था। उसके अलावा तीन छोटे भाइयों का खर्चा भी स्वयं ही उठाता था। पिता विनोद ने बताया कि कृष्णा कहा करता था पैसो की कमी से उसकी पढ़ाई अधूरी रह गई, मगर भाइयों को ठीक ढंग से पढ़एगा। ताकि भविष्य में उन्हे कोई दिक्कत न हो।
नारखी के गांव सलेमपुर में किशोर की हत्या कर उसके शव को दफन करने के मामले में बसपा पदाधिकारियों का प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार के नेतृत्व में सलेमपुर पहुंचा। पीड़ितों को सांत्वना दी। उसके बाद एसपी सिटी सर्वेश मिश्रा से मांग करते हुए कहा कि किशोर की हत्या करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जो अन्य आरोपी है उनकी भी गिरफ्तार जल्द कराई जाए।