अमित शाह ने क्यंू कहा आप ओपी चौधरी को जीताओ बड़ा आदमी बनाने की जिम्मेदारी मेरी, भाजपा खेमे में मची खलबली

by Kakajee News

रायगढ़। देश के गृहमंत्री व भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने कल शाम रायगढ़ मंे रोड शो करके भाजपा प्रत्याशी ओपी चौधरी के पक्ष मंे जो माहौल बनाया वह एक ऐतिहासिक पल बन गया और जिस प्रकार अमित शाह ने रथ पर सवार होकर ओपी चौधरी का हाथ पकड़ते हुए जनता से उन्हें जीताने की अपील करते हुए यहां तक कह दिया कि आप ओपी चौधरी को जीताये और उन्हें बडा आदमी बनाने की जिम्मेदारी मेरी तो शहर की जनता ने उनकी इस बात का जोरदार स्वागत करते हुए जिंदाबाद के नारे लगाते हुए तालियां भी बजाई, लेकिन दूसरी ओर भाजपा खेमे में उनकी इस घोषणा से खलबली मच गई है।

राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यूं ही ओपी चैधरी के लिये चुनाव जीतने के बाद बडा आदमी बनाने की सार्वजनिक रूप से बात नही कही बल्कि उन्होंने यह जता दिया कि ओपी चौधरी उनके सबसे चहेते हैं और खासमखास हैं। लोग ओपी चौधरी को हल्के में न लें, भले ही वो पूर्व आईएएस अधिकारी रहे हों और भाजपा में शामिल होकर राजनीति के खिलाफ बन रहे हैं जो अधिकांश भाजपाईयों को पच नही रही है। रायगढ़ विधानसभा सीट से उनके जीतने के बाद अब तो यह तय हो गया है कि अगर भाजपा की सरकार बनती है तो ओपी चौधरी को बडा दायित्व मिलने वाला है।

क्या होगा दायित्व शुरू हो गई इस पर चर्चा
रोड शो के दौरान अमित शाह ने जैसे ही रोड शो की शुरूआत की उसके बाद उन्होंने माईक पकड़कर सीधे-सीधे ओपी चौधरी को बगल मंे खड़े करके उनका हाथ पकड़ा और जनता को संबोधित करते हुए पहले तो भूपेश बघेल सरकार को आडे हाथों लिया उसके बाद जो बात कही उससे शहर की जनता ने ओपी चौधरी का जलवा भी देखा। चूंकि अमित शाह ने सीधे-सीधे उनको जीताने की अपील करते हुए यहां तक कह दिया कि आप ओपी चौधरी को वोट देकर जीतायें और उन्हंे आदमी बनाने की जिम्मेदारी उनकी है। इस सार्वजनिक घोषणा के बाद रायगढ़ विधानसभा से लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में यह चर्चा शुरू हो गई है। कि अगर भाजपा की सरकार आती है तो और ओपी चौधरी यहां से चुनाव जीत जाते हैं तो उन्हें क्या बडा दायित्व दिया जाएगा। चूंकि ओपी चौधरी के साथ-साथ खड़े अमित शाह ने जिस प्रकार उन्हें अपना सर्वाधिक करीबी नेता बताया है उससे यह बात साफ हो गई है कि प्रदेश में दूर-दूर तक ओपी चौधरी जैसा दिग्गज नेता नही है।

क्यों मच गई भाजपा नेताओं में खलबली
कहते हैं जब राजनीति में कोई नया चेहरा उभर कर आता है तो पुराने नेताओं के चेहरों पर तनाव साफ तौर पर दिखने लगता है। इतना ही नही वे इस बात की जुगत में लगे रहते हैं कि मौका आने पर राजनीतिक दाव पेंच के जरिये उपर उठ रहे उस नेता को अडंगि मारकर नीचे गिरायेंगे जिस नेता के कारण उनका घटना राजनीतिक कद और पार्टी के भीतर कम मिलता सम्मान तो भला कैसे इस अपमान को वे सह पायेंगे ऐसे ही अब रायगढ़ विधानसभा में देखने को मिल रहा है जहां जिले में कई सालों से राजनीति कर रहे वो बड़े चेहरे ओपी चौधरी के बढ़ते कद से हैरान व परेशान हैं। इतना ही नही चुनाव के दौरान यह बात साफ भी हो रही है कि गोपिका के पीछे कौन और प्रचार के दौरान कन्नी काट लेने वाले नेता कौन और समाज विशेष से ताल्लुक रखने वाले वो धन्ना सेठ जो भाजपा को अपनी बपोती समझते थे लेकिन ओपी चौधरी ने उनके सभी खेल को बिगाड़ दिया और अब अमित शाह ने सीधे-सीधे घोषणा करके जता भी दिया कि ओपी चौधरी को वो कहां पहुंचाना चाहते हैं।

खराब मैनेजमंेट से भी खफा हुए प्रदेश के कुछ पदाधिकारी
भाजपा के वरिष्ठ नेता व केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रायगढ़ शहर में रोड शो का कार्यक्रम दो दिन पहले से तय था और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये जिला स्तर के भाजपा नेताओं का बडा दायित्व बनता था लेकिन जब रोड शो शुरू हुआ तो कई खामियां एक के बाद एक सामने आती चली गई है जिसके चलते पहले तो छातामुडा बाईपास से निकलने वाला रोड शो कम करके सीधे नगर निगम के सामने से निकालने की सहमति दी गई और उसके बाद सुभाष चौक से हटरी चौक होते हुए हंडी चैक तथा सत्तीगुडी चौक में जाकर समाप्त हो गया जबकि यह रोड शो कोतरा रोड तक जाना था इसके पीछे भी बताया यह जा रहा है कि सक्रिय सड़कें तथा खराब मैनेजमेंट के कारण स्वयं अमित शाह ने अचानक सत्तीगुडी चैक पहुंचते ही रोड शो समाप्त करके दिल्ली लौट गए।

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