रायगढ़। औद्योगिक प्रदूषण के साथ-साथ सड़कों की बदतर स्थिति से जूझते हुए रायगढ़ वासियो को अब चक्रपथ से उड़ती धूल ने नई बीमारी दे दी है। सुबह से लेकर देर रात तक लगातार इस सड़क के निर्माण कार्य से उड़ने वाली धूल लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करने के साथ-साथ उनकी जान की आफत बनती जा रही है। रोजाना इस चक्रपथ से जिले के कलेक्टर सहित कई बड़े अधिकारी गुजरते हैं और अब तक नये विधायक को भी यहां से गुजरना होगा। निर्माण कार्य की अनुमति मिलने के बाद से अब तक अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता भोग रही है। कारण समझ से परे है कि आखिरकार जहरीली राख व उड़ती धूल के बाद अब यह नया प्रदूषण का तोहफा देने वाले अधिकारियों पर कब गाज गिरेगी।
यूं तो रायगढ़ शहर चारो तरफ से उद्योगों से घिरा हुआ है, जिससे इस शहर को प्रदूषण सौगात के रूप में मिल रही है। लगातार बढ़ते उद्योगों से हो रहे प्रदूषण से यहां के रहवासियों को कई तरह की बीमारियों से जूझना भी पड़ रहा है। इसी कड़ी में अब एक और कड़ी जुड़ गई है, जब यहां के लोगो को बीच शहर में भी बीते कुछ दिनों से प्रदूषण की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के दिनों में केलो नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से चक्रपथ पूरी तरह जलमग्न हो जाता है और इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद हो जाता है। साथ ही रेलवे फाटक बंद होनें की स्थिति में एकमात्र शनिमंदिर वाले मार्ग में यातायात का दबाव अधिक बढ़ जाता है जिससे यहां घंटो-घंटो तक जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा चक्रपथ की उंचाई बढाने एक योजना बनाकर कार्य शुरू किया गया है परंतु यह कार्य अब शहरवासियों के लिये मुसीबत बन गई है।
शहर के एक युवा ने काकाजी डाॅट काम को बताया कि चक्रपथ को प्रदूषण का नया हब कहें तो कोई गलत नही होगा। चूंकि जिले में पहले से कई उद्योग स्थापित हैं जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। घर की छतों से लेकर कमरों तक काली डस्ट की परत आसानी से हर घर में देखी जा सकती है। उद्योगों के चिमनियों से निकलने वाली प्रदूषण से कई तरह की बीमारियों की चपेट में आकर लोग बीमार होते जा रहे हैं। इसी तरह बीते कुछ दिनों से शहर के बीचो बीच शहर के बीच चक्रपथ में कछुए गति से यहां उंचाई बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को प्रतिदिन यहां उठने वाली धुल के गुब्बार से होकर गुजरना पड़ रहा है। जिससे यहां के प्रदूषण से कोई गंभीर बीमारी होनें के आसार भी लगते हैं।
शहर के युवा ने काकाजी डाॅट काम को बताया कि बीते कुछ दिनों पहले तीन दिन हुई बारिश में यहां कीचड हो जाने से कई लोग गिरकर घायल भी हो चुके हैं। समय रहते इस पर ध्यान ही दिया गया तो आने वाले दिनों में इसके परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं इस बात से इंकार भी नही किया जा सकता।