रायगढ़. छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले की पुलिस ने यहां की एक बेरोजगार युवती को अच्छी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर उसे मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में 6 बार बेचे जाने का खुलासा किया है। पुलिस ने मानव तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह मे शामिल एक दम्पति सहित 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस मामले की शिकायत के बाद पुलिस लगातार उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश के जिलों में अपराधियों की तलाश कर रही थी और अब जाकर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। लंबे समय से आदिवासी जिले जशपुर के कई इलाकों से मासूम लड़कियों को बहला-फुसलाकर दूसरे प्रांतों में ले जाने की अधिकांश घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है लेकिन यह पहला मामला है जब एक युवती को 6 बार बेचे जाने के मामले में एक दंपत्ति सहित 8 लोग पुलिस पकड़ में आए हैं।
इस संबंध में सरगुजा आईजी आरपी साय ने बताया कि मानव तस्करों के गिरोह में शामिल दम्पति ने बीते वर्ष जुलाई माह में कांसाबेल थाना क्षेत्र के सूजीबहार गांव की एक युवती मध्यप्रदेश के छतरपुर में अच्छी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर उसे अपने साथ ले भागे थे। इस मामले में गुमशुदा युवती के परिजनों की रिपोर्ट पर कांसाबेल थाना पुलिस ने लेकर मानव तस्करी का अपराध दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी थी।
आईजी सरगुजा ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पाया गया था कि मानव तस्करी करने वाले आरोपी इस बेरोजगार युवती को नौकरी दिलाने की आड़ में छतरपुर जिले में उसका पांच बार सौदा कर मोटी रकम वसूल की गई थी। मानव तस्करी करने वाला इस गिरोह के सदस्य अपने खरीददारों से बार बार प्रताड़ित करने का भय दिखा कर युवती को अपने कब्जे में ले लिया करते थे। मानव तस्करी करने वाले बदमाशों ने छटवीं बार इस युवती को उत्तर प्रदेश के ललितपुर शहर मे बेच दिया था। इस दौरान खरीददार ने इस युवती को अपने मनोरोगी पुत्र को सौंप दिया।
बार बार अपनी खरीद फरोख्त से क्षुब्ध होकर जशपुर जिले की इस युवती ने आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने बताया कि कांसाबेल पुलिस को इस मामले की सूचना मिलते ही वहां मानव तस्करी करने वाले गिरोह की तलाश करते हुए छतरपुर पुलिस के सहयोग से आठ लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेने के बाद कांसाबेल लाया गया है।