जगदलपुर, बस्तर जिले के बकावंड ब्लाक के कोलावल गांव में स्थित बालिका आश्रम में अचानक से 2 दिन पहले फैली बीमारी ने वहां पढ़ रहे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाला, जिससे कि वहां के करीब 8 से 10 बच्चे बीमार हो गए, घायलों को उपचार के लिए आयुष केंद्र ले जाया गया, जहाँ सामान्य बीमारी समझ उपचार के बाद वापस आश्रम ले गए, लेकिन रविवार को ज्यादा स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें सीएचसी ले जाया गया, लेकिन उससे पहले ही एक बच्ची ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद आश्रम में अफरा तफरी मच गई और बीमार बच्चों को बेहतर उपचार के लिए 108 एम्बुलेंस के माध्यम से सीएचसी बकावंड लाया गया, जहाँ से उन्हें 108 वाहन के माध्यम से ही जगदलपुर अस्पताल भेज दिया गया,
मामले की जानकारी देते हुए एसी ट्राइबल गणेश सोरी ने बताया कि कोलावल स्थित बालिका आश्रम में पढ़ने वाले बच्चों को 2 दिन पहले से तेज बुखार व सिर में दर्द होने की शिकायत करने लगे, जिसके बाद आश्रम की अधीक्षिका ने उन बच्चों को गांव के ही आयुष केंद्र में डॉक्टर दास से उपचार के लिए भेजा गया, उपचार के बाद बच्चों को सामान्य बीमारी बताते हुए उन्हें दवा देकर वापस आश्रम भेज दिया गया, लेकिन रविवार की शाम से अचानक से 8 से 10 बच्चे बीमार हो गए, इस बीमारी की चपेट में आने से पाथरी गांव की एक 10 वर्षीय बच्ची की मौत भी हो गई, घटना की जानकारी लगते ही आला अधिकारियों की टीम गांव पहुँची और बीमार सभी बच्चों को सीएचसी बकावंड लाया गया, जहाँ बीमार सभी बच्चों का मलेरिया से लेकर डेंगू टेस्ट भी करवाया गया, लेकिन रिपोर्ट के नॉर्मल आने के बाद बच्चों का अन्य टेस्ट कराए जाने की बात और बच्चों की खराब हालत को देखते हुए उन्हें जगदलपुर से 108 की वाहनों में बेहतर उपचार के लिए रवाना किया गया है,इस मामले में आश्रम अधीक्षिका दुलारी ने बताया कि यहां पर पहली से पांचवी तक के करीब 50 बच्चे पढ़ाई करते है,
वही इस मामले में सबसे बड़ी लापरवाही भी देखने को मिली है जहाँ इन बच्चों के खराब स्वास्थ्य को देखने के बाद भी इन बच्चों को बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रवाना नही किया गया और सामान्य बीमारी समझ वही पर उपचार किया गया, अगर सही समय पर बच्चों को उपचार मिल जाता तो एक 10 वर्षीय बच्ची को अपनी जान गवानी नही पड़ती, इसके अलावा उस आश्रम में रहने वाले सभी बच्चों का टेस्ट कराया जाएगा और बीमारी के लक्षण बच्चों को बेहतर उपचार के लिए जगदलपुर हॉस्पिटल भिजवाया जाएगा, फिलहाल डॉक्टरों की टीम आश्रम पहुँच अन्य बच्चों के जहाँ जांच में जुट गई है, वही इस अज्ञात बीमारी के बारे में जानकारी लेने के साथ ही टेस्ट आदि किया जा रहा है,