मोहनियां कैमूर।मुबारक अली। मोहनिया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 16 मे शुक्रवार की शाम एक महिला को गोली मारने के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. महिला के प्रेमी ने ही महिला को गोली मारी थी. इस मामले में पुलिस ने उपयोग किए गए कट्टा व एक खोखा को भी बरामद कर लिया है. गिरफ्तारी प्रेमी आवारी गांव निवासी मुन्ना तिवारी के पुत्र बेटा मनीष तिवारी उर्फ है.इस बात का पता तब चला जब पुलिस ने महिला का बयान दर्ज करने के बाद उसके पुत्रों और प्रेमी को पकड़कर सभी से गहनता से पूछताछ शुरू की तो प्रेमी ने घटना की सारी वारदात को पुलिस के सामने कबूल कर लिया.
जिसे मोहनिया पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में महिला के प्रेमी को गिरफ्तार कर शनिवार को आवश्यक कार्रवाई करते हुए न्यायिक हिरासत भभुआ भेज दिया है.पुलिस ने अपने जांच के क्रम में महिला के सौतेले तीनों पुत्रों को निर्दोष बताया है.मोहनिया थाना पर शनिवार को कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने पहुंच कर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार की शाम मोहनिया के वार्ड नंबर 16 निवासी स्वर्गीय राम बच्चन राम की पत्नी मुगली कुवर को गोली मार दी थी.
इसकी सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची तो पाया गया कि महिला के हाथ में गोली लगी है. इसके बाद महिला का अस्पताल में बयान लिया गया बयान में महिला ने अपने सौतेले तीन बेटे सहित सहित दो रिश्तेदारो को गोली मारने के मामले में आरोपित बनाते हुए प्राथमिक के लिए बयान दिया था.इसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर आनन-फानन में महिला के दो सौतेले बेटे को छापेमारी कर भरगावा गांव से गिरफ्तार कर लिया पुलिस द्वारा पूछताछ व जांच के क्रम में यह मामला सामने आया कि घटना के समय दोनों सौतेले बेटे अपने घर पर थे एसपी ने बताया कि इस मामले में कई बिंदुओं पर जांच की गई और पूछताछ की गई तो यह मामला सामने आया कि गोली मारने में गिरफ्तार लोगों का हाथ नहीं है।
इसके बाद पुलिस ने तत्काल चौकीदार आसपास के लोगों से पूछताछ की तो मामला सामने आया कि महिला का एक प्रेमी है. जो आवारी गांव निवासी मनीष तिवारी है.जिसका महिला के घर हमेशा आता और जाता था समय-समय पर पैसे की लेनदेन भी की जाती थी. खाना पीना भी होता है इसी क्रम में महिला से मनीष तिवारी की दोस्ती और प्रेम हो गया है इसका सत्यापन करते हुए पुलिस ने महिला के प्रेमी मनीष तिवारी को हिरासत में ले लिया गया इसके बाद मामला सही पाया गया. एसपी ने बताया कि आरोपित मनीष तिवारी महिला के सौतेले बेटे को फसाने के लिए यह योजना बनाई थी कि सौतेले बेटे के बीच जमीन विवाद को दिखाते हुए इसी मामले का लाभ उठाते हुए महिला ने खुद को गोली मारवाई थी.
एसपी ने बताया कि कुछ दिन के बाद युवक मनीष तिवारी की शादी तय हो गई थी। जिसकी जानकारी बीते दो अक्टूबर को युवक ने महिला को देने गया था जिसके बाद दोनों में बकझक हुई महिला का कहना था कि तुम मुझसे शादी करो। युवक के द्वारा इंकार करने पर महिला ने उसे थप्पड़ भी जड़ दिया था। उसी समय युवक एक देसी कट्टा लोडेड लिए हुए था इस दौरान आवेश में आकर मनीष तिवारी ने गोली चला दी जिससे महिला के हाथ में जाकर लग गया.उसके बाद महिला को इलाज के लिए मोहनिया के अनुमंडलीय अस्पताल भी लाया और उसे रेफर करने के बाद वाराणसी के ट्रामा सेंटर में इलाज होने तक भी साथ रहा है. तब इधर पुलिस ने मामले की विधिवत जांच पड़ताल पूछताछ की तब पता चला कि मामले का आरोपी मनीष है इसके बाद मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया
महिला ने अपने प्रेमी को बचाने के लिए अपने पुत्रों समेत रिश्तेदारों को किया था फंसाने का प्रयास
एसपी ने बताया कि गोली कांड के बाद महिला ने अपने प्रेमी को बचाने के लिए पुलिस को दिए गए प्राथमिकी में अपने तीनों सौतेले पुत्रों एवं दो रिश्तेदारों समेत पांच नामजद अभियुक्तों को फंसाने का प्रयास किया था जिसे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को पकड़कर रात्रि में ही मोहनिया थाने लाई थी लेकिन जब पुलिस ने मनीष से पूछताछ की तो सारा भेद खुल गया। पुलिस को अपने दिए गए बयान में प्रेमी ने कुबूल किया है.
एसपी ने बताया कि गोली मारने के मामले में बनाए गए झूठा केस में नामजद आरोपी राजा कुमार राम,राजेश राम,रमेश राम को बनाया गया था इसमें महिला के सौतेले बेटे राजकुमार राम,राजेश राम,रमेश राम की गिरफ्तारी शुक्रवार को ही पुलिस ने कर लिया था लेकिन जब मामले की जांच की गई तो सामने आया कि महिला के प्रेमी ही मामले का आरोपी थे इसके बाद शनिवार को गिरफ्तार किए गए महिला के सौतेले बेटों को रिहा कर दिया गया.