रायगढ़। बीते कई वर्षो से रायगढ़ शहरी क्षेत्र सड़क के अलावा शहर से बाहर जाने वाले सड़कों की हालत अत्यंत जर्जर हो चुकी है। इन सड़कों में कई दफा दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है। शहरवासी इन जर्जर सड़कों की पुनः निर्माण की मांग करते-करते थक चुके हैं। इसके बावजूद इन सड़कों का निर्माण नही होनें से ये सड़क बरसात के दिनों में जानलेवा साबित हो सकता है।
यूं तो रायगढ़ जिले को औद्योगिक नगरी कहा जाता है। क्योंकि जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में कई उद्योग संचालित है। कहते हैं कि जहां उद्योग होता है वहां विकास होता है, परंतु रायगढ़ जिले में इसके ठीक विपरीत सड़कों का विनाश हुआ है। जिलेवासियों का अच्छी सड़क का सपना सिर्फ सपना बनकर रह गया है। जर्जर सड़कों की वजह से जिले में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ गया हैं कई चोटिल होकर आज भी हास्पीटल में इलाजरत हैं।
शहर के अंदर व शहर के बाहर जाने वाले मार्गो में जर्जर सड़क की वजह से बरसात के दिनों में और भी कई जानलेवा सड़क दुर्घटना होनें के आसार हैं, क्योंकि बरसात के दिनों में सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढो में पानी भर जाने से पता नही चलता कि सड़क कहां है और गड्ढा कहां है।
करोड़ो की मरीन ड्राईव खोद डाली
शहर की प्रमुख समस्याओं में एक है टेªफिक जाम की समस्या। सीएसआर मद की राशि से करोड़ो रूपए खर्च करके केलो नदी के दोनो छोर में मरीन ड्राईव का निर्माण किया गया था। ताकि शहरवासियों को टेªफिक जाम की समस्या से कुछ हद तक राहत मिल सके। परंतु वर्तमान स्थिति में नगर निगम के द्वारा बीते कुछ महीनों से पाईप लाईन बिछाने पूरे मरीन ड्राईव को खोद डाला गया है। इस खुदाई के कारण बरसात के दिनों में मरीन ड्राईव में तालाब का रूप अख्तियार कर लेगा इस बात से इंकार नही किया जा सकता।
बरसात से पहले सड़क मरम्मत की जरूरत- सुजीत
शहर के युवा सुजीत महतो का कहना था कि निःसंदेह जर्जर सड़कों की वजह से जिले में दुर्घटनाएं बढ़ी है। अभी हाल ही में हुए बारिश से सड़क में बने गड्ढो में पानी भर जाने से कई लोग गिरकर घायल हो चुके है। समय रहते अगर इन गड्ढों की मरम्मत नही की गई तो यहां और भी दुःखद घटना घटित हो सकता है। शहर से बाहर जाने वाले सड़कों की भी पुर्ननिर्माण की जरूरत है ताकि दुर्घटनाओं में कुछ हद तक कमी आ सके।
कलेक्टर के आदेश की हो रही अवहेलना
कुछ माह पहले गढउमरिया क्षेत्र में सड़क में बने गड्ढे से होनी वाली दुर्घटना में मौत के बाद जिला कलेक्टर ने एनएच तथा शहरी क्षेत्र में हुए सभी गड्ढो को भरने का आदेश जारी किया था, परंतु आज भी एनएच में गड्ढे साफ तौर पर देखे जा सकते हैं। कलेक्टर के आदेश की संबंधित विभाग के द्वारा अवहेलना की जा रही है। आज भी रायगढ़-सारंगढ़ मार्ग के अलावा अन्य कई मार्गो में यही स्थिति देखी जा सकती है।
कहीं कमीशन का खेल तो नही
रायगढ़ शहरी क्षेत्र में सड़कों का निर्माण और उसकी व्यवस्था का जिम्मा नगर निगम का होता है। नियमानुसार बारिश से पूर्व इन सड़कों की मरम्मत करने का प्रावधान है। मगर निगम प्रशासन के द्वारा इन गड्ढे भरे सड़कों की मरम्मत करने के स्थान पर शहर के प्रमुख मार्गो में डामरीकरण का कार्य कराया जा रहा है। जिससे शहर में यह बात उठने लगी है कि कहीं कमीशन के चक्कर में तो नई बनी सड़कों को फिर से बनाने की कवायद चल रही है। जाहिर सी बात है कि शहर के भीतर के गड्ढे भरे सड़कों की पेचिंग करने से अधिकारियों को पर्याप्त कमीशन नही मिल पाता। जिसकी वजह से इन छोटी मोटी मरम्मत व पेचवर्क पर ध्यान नही दिया जाता। जिला कलेक्टर को इस मामले में संज्ञान लेकर संबंधित विभागों को दिशा निर्देश जारी करना जनहित में होगा।