रायगढ़। शहर की प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्था संस्कार स्कूल ने गुरुवार एक जुलाई को डाक्टर्स-डे मनाकर डाक्टरों के सेवा कार्यों को नमन किया। स्कूल के बच्चों ने अनोखे अंदाज में डाक्टरों को थैंक्स कहा। नन्हे-मुन्ने बच्चों ने डॉक्टर्स बनकर लोगों को कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करने का भी संदेश दिया।
स्कूल के मार्गदर्शक रामचंद्र शर्मा ने बताया कि भारत रत्न डॉ. बिधान चंद्र राय की जयंती 1 जुलाई को पूरे देश में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन डाक्टरों के लिए है। इस दिन उनके सेवा कार्यों को नमन किया जाता है। डाक्टरों को धरती का भगवान भी कहा जाता है, जो मरीज को नया जीवन देता है। कोरोनाकाल में देश ही नहीं, पूरी दुनिया ने डॉक्टरों के सेवा कार्यों को देखा, जिन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए मरीजों की दिन-रात सेवा की। इन्हीं सेवा कार्यों व डॉक्टरों की अहमियत बताने के लिए संस्कार स्कूल ने एक जुलाई को वर्चुअल स्वरूप में डॉक्टर्स-डे मनाया। जिसमें बच्चों ने उत्साह से हिस्सा लिया और अपने-अपने अंदाज में डाक्टर के सेवा कार्यों को दिखाया और उनका थैंक्स माना। स्कूल की प्राचार्य श्रीमती रश्मि शर्मा ने बताया कि कोरोनाकाल की वजह से इन दिनों स्कूल में तो बच्चे नहीं आ रहे हैं, लेकिन हमारी सारी एक्टिविटीज ऑनलाइन वर्चुअल स्वरूप में जारी है। इसी कड़ी में डॉक्टर्स-डे पर यह आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने डाक्टरों की वेशभूषा में उनके कार्यों को दिखाया। खास बात यह रही कि बच्चों के अभिभावकों ने भी कार्यक्रम में भागीदारी निभाई और स्कूल की इस पहल व आयोजन की भरपूर सराहना की।
डॉक्टरों के पास पहुंचकर किया सम्मान
संस्कार पब्लिक स्कूल के मार्गदर्शक रामचंद्र शर्मा ने बताया कि स्कूल के विद्यार्थियों ने शिक्षकों के साथ मिलकर डॉक्टर्स के पास पहुंचकर उनके क्लीनिक एवं घर पर प्रतिक चिन्ह व श्रीफल देकर विशेष सम्मान किया। जिससे सभी डॉक्टर्स ने बच्चों को कोविड-19 का पालन करते हुए अपने क्रियाकलाप को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।