पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर जारी है। इसका असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। समूचे उत्तर भारत के साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी। अब मौसम विभाग का अनुमान है कि दिसंबर में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप रहेगा। वहीं 2021 का पहला महीना यानी जनवरी कोल्ड डे के नाम रहेगा। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडे के अनुसार, नए साल की शुरुआत ठंड के आगाज के साथ होगी। जनवरी 2021 में पिछले सालों की तुलना में अधिक ठंड पड़ेगी। जनवरी 2021 में कुल मिलाकर के 12 कोल्ड डे का प्रकोप रहेगा यानी जनवरी के 12 दिन अधिकतम तापमान 16 डिग्री से भी कम रह सकता है। वही 5 दिन शीतलहर और 14 दिन घना कोहरा पड़ेगा। इस दौरान कहीं-कहीं बारिश के आसार भी हैं। बता दें जब दिन का तापमान 16 डिग्री से कम हो तो उसे कोल्ड डे कहा जाता है। कोल्ड डे के दौरान लोग डायरिया, बुखार, सर्दी, संक्रामक बीमारियों का शिकार होते हैं। कोल्ड डे इसलिए घातक होता है क्योंकि लोग दिन के समय घर से बाहर रहते हैं।
दिसंबर को लेकर के मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बचे हुए दिनों में शीतलहर और कोहरा पड़ेगा। इसके साथ ही 8 दिन तो घने कोहरे और 4 दिन कोल्ड डे भी रह सकता है।
इन राज्यों में शीत लहर का प्रकोप
मौसम विभाग के मुताबिक, अभी जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल में बर्फबारी का दौर जारी है। आने वाले 2 दिनों में देश के कई हिस्सों में तापमान 2 से 3 डिग्री तक नीचे आ सकता है और दृश्यता कम होगी। इसका असर सड़क, रेल और विमानन सेवाओं पर पड़ेगा। दिल्ली में रविवार को हल्की बारिश और कोहरे की चादर रही। इसका असर आवागमन पर पड़ा। यहां बर्फीली हवाएं चलने के कारण न्यूनतम तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। यहां 13 दिसंबर का दिन पिछले 5 सालों में सबसे ठंडा रहा। लेह में पारा -2.2 डिग्री पहुंच गया है। वही करगिल में तापमान शून्य से -5.6 डिग्री रहा। उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में रात को तापमान शून्य तक पहुंच गया है। मैदानी इलाकों में भी पारे में गिरावट आई है। हिमाचल प्रदेश में रविवार को दिनभर धूप खिलने के बावजूद शीतलहर से निजात नहीं मिली है। केलंग में सीजन का सबसे कम तापमान -10.7 डिग्री और ऊना में भी अधिकतम तापमान सीजन में सबसे कम 19.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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