रायपुर। बिना मेहनत व कम समय में ज्यादा मुनाफा की लालच रखने का खामियाजा हमेशा नुकसान ही चुकाना पड़ता है। राजधानी रायपुर में बीते कुछ दिनों से ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी के द्वारा पैसा दोगुना करने का झांसा देकर ठगी करने का मामला बढ़ रहा है।वही राजधानी के कोतवाली थाना में स्टाक एक्सचेंज ट्रेडिंग कंपनी में पैसे लगाकर मुनाफे का लालच देकर आरडीए के सेवानिवृत्त कर्मचारी से 89 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी ने पीड़ित को ट्रेडिंग कंपनी से कम समय में ज्यादा रकम जमा कराने का झांसा दिया। बदले में अधिक मुनाफा कमाने की बात कह कर अपने जाल में फंसाया। पीड़ित ने लगभग 15 बार में चेक के माध्यम से पैसे जमा किए। पीड़ित आरडीए के रिटायर्ड कर्मचारी रविशंकर दीक्षित की रिपोर्ट पर आरोपित दयानिधि के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था।प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ करते हुये आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया।
चूंकि घटना के बाद से आरोपी लगातार फरार चल रहा था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी के मोबाईल नंबरो का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही जिन खातों में प्रार्थी द्वारा रकम स्थानांतरित किये गये थे, उन खातों के संबंध में भी संबंधित बैंकों से दस्तावेज व जानकारी प्राप्त की जाकर आरोपी की पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी को कोलकाता में लोकेट किया गया। जिस पर ए.सी.सी.यू एवं थाना कोतवाली की संयुक्त टीम को कोलकाता रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा कोलकाता पहुंचकर लगातार कैम्प करते हुए आरोपी की पड़ताल कर अंततः आरोपी दयानिधि पति को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी दयानिधि पति से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा उक्त घटना को कारित करने के अलावा अलग- अलग राज्यों के अन्य लोगों को भी ट्रेडिंग कम्पनी में रकम लगाकर मुनाफा कमाने का झांसा देकर अपना शिकार बनाते हुये अब तक करोड़ो रूपये की ठगी करना स्वीकार किया। आरोपी देश भर में घुम-घुम कर लोगो को अपने झांसे में लेते हुये ट्रेडिंग कम्पनी में रकम लगाकर मुनाफा कमाने का लालच देकर लोगो से ठगी करता है एवं उसका कोई स्थायी ठिकाना नही है।
आरोपी दयानिधि पति के विरूद्ध ठगी के मामले में महाराष्ट्र नागपुर के थाना अंजनी में भी धारा 420 का अपराध पंजीबद्ध है। इसके अतिरिक्त आरोपी द्वारा नागपुर महाराष्ट्र के बस डिपो में कार्य करने वाले कर्मचारियों को भी अपना शिकार बनाते हुये अलग-अलग व्यक्तियों से लगभग 40,00,000 रूपये की ठगी करने के साथ ही मुम्बई में भी कई व्यक्तियों से लाखो रूपये की ठगी की गई है।
उक्त घटना के बाद से आरोपी रायपुर से फरार होकर उड़ीसा के बालासोर में किराये के मकान में निवासरत था । तथा वर्तमान में कोलकाता जाकर छिपा हुआ था।आरोपी के कब्जे से घटना से संबंधित 03 नग मोबाईल फोन, आधार कार्ड एवं पेन कार्ड जप्त कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही की गई।