रायगढ़। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र में एक लंबे अर्से से जंगली हाथियों का आतंक जारी है। कई कोशिशों के बावजूद जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नही ले रहा है। आलम यह है कि जंगली हाथियों से आतंक से हाथी क्षेत्र के ग्रामीण दिन व रात भय के साये में जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं। इसी क्रम में बीती रात जंगली हाथियों के एक दल ने स्कूल के कीचन शेड को ढहा दिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों का आंतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जंगली हाथियों के आंतक से ग्रामीणों का जीना दुभर हो गया है। आए दिन जंगली हाथियों के द्वारा आतंक की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनते रही है। गांव के ग्रामीण बताते हैं कि जंगली हाथियों के द्वारा गांव के ग्रामीणों के फसल के साथ-साथ घरों को क्षति पहुंचाया जाता है।
गांव में हाथी आमद की सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचते जरूर है और जंगली हाथियों के द्वारा पहुंचाये गए नुकसान के एवज में उन्हें मुआवजे के रूप में चंद रूपये देकर ही अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली जाती है।
बीती रात धरमजयगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले ग्राम तेजपुर में जंगली हाथियों के एक दल ने गांव में प्रवेश किया और यहां के प्राथमिक शाला का किचन शेड में जमकर उत्पात मचाया। स्कूलों में बच्चों के मध्यान्ह भोजन पकाने के लिए हर स्कूल में किचन शेड का निर्माण किया जाता है। ताकि सही समय पर स्कूली छात्रों को समय पर मध्यान्ह भोजन मिल सके। मगर तेजपुर में जंगली हाथियों ने किचन शेड को ढहा दिया है जिसके चलते स्कूली छात्रों को मध्यान्ह भोजन मिलने में अब कुछ परेशानी हो सकती है।