रायगढ़। जिले की पुसौर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम नेतनागर व आसपास के गांव में केलो नहर परियोजना के कार्य को लेकर किसानों ने जमकर हंगामा मचाते हुए वहां पहुंची प्रशासन की टीम को घेर लिया और भारी नारेबाजी करते हुए काम को रूकवा दिया। यह हंगामा उस वक्त हुआ जब केलो बांध की नहर बनाने के लिये स्वीकृत जमीन पर प्रशासन की टीम पहुंची और जैसे ही काम शुरू हुआ तो किसानों ने तत्काल काम रोकने की मांग करते हुए अधिकारियों को घेर लिया। जानकारी मिलते ही जूटमिल थाने की पुलिस ने आक्रोशित किसानों को समझा बुझाकर शांत किया और इसी बीच प्रशासन की टीम ने भी मौके की नजाकत देखते हुए काम को बंद कर दिया।
इस संबंध में प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि पुसौर ब्लाक के ग्राम नेतनागर सहित आसपास के एक दर्जन गांव में केलो परियोजना के अधूरे काम को पूरा करने के लिये विभाग की टीम पहुंची थी। साथ ही साथ इस इलाके में केलो बांध का पानी किसानों के खेत तक पहुंचे इसके लिये कुछ सालों पहले केलो बांध की नहर पर भी स्वीकृति मिली थी, कुछ कारणों से यह काम नही हो पाया था, जब अचानक आज केलो परियोजना विभाग की टीम गांव के उस स्थान पर पहुंची तब किसानों ने मोर्चा खोल दिया।
बताया यह भी जाता है कि किसानों को इस बात की नाराजगी थी कि जिस जगह बांध के पानी की नहर निकाली जानी थी, उस जगह बड़े पैमाने पर बेजा कब्जा हो गया था, जिसे हटाने के लिये प्रशासन ने बिना किसी जानकारी के काम शुरू कर दिया था। अचानक बेजा कब्जा तोड़े जाने को लेकर यह बवाल शुरू हुआ और देखते ही देखते सैकड़ो लोग जय जवान, जय किसान के नारे लगाते हुए अधिकारियों के खिलाफ भी नारेबाजी की। इसी बीच पुलिस ने पहंुचकर स्थिति को काबू में किया।
किसानों ने इस संबंध में बताया कि बरसों से स्वीकृत केलो नहर की इस जमीन पर अचानक काम शुरू होनें की जानकारी मिली है, जबकि सालों से यहां बांध का पानी खेतों तक नही पहुंचता। इतना ही नही बारिश के समय भी केलो बांध का पानी आसपास के किसानों के खेतों तक नही पहुंचता है ऐसे में नहर का औचित्य नही है। बहरहाल इस इलाके में सैकड़ो नाराज किसानों को समझाने के लिये पुलिस अपने स्तर पर प्रयास कर रही है और प्रशासन की टीम बैकफुट पर है।
