सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर के गोविंदगढ़ और सावारांवा गांव में सौ से ज्यादा परिवार आज के दौर में भी लालटेन युग में जीने को मजबूर हैं। जहां आजादी के बाद से ही इन घरों में कभी विद्युत् नही पहुंची। नतीजा यह है की गांव के ग्रामीण विद्युत अभाव में कृषि कार्य करते हैं तो वहीं छात्र ढिबरी जलाकर पढ़ाई करते हैं।
विद्युतहीन परिवार वाले गांव के आसपास नए ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। इन घरों के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। जहां नाराज ग्रामीणों ने विद्युत विभाग और एसडीएम को आवेदन देकर विद्युत मुहैया कराने की गुहार लगाई हैं। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारियो का दावा है कि जल्द ही विद्युत विहीन परिवारों के लिए विद्युत व्यवस्था बहाल की जाएगी।