आईएएस अधिकारी रानू साहू को आज ईडी ने गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करते हुए 15 दिन की रिमांड मांगी है। रायगढ़ जिले और कोरबा जिले की पूर्व क्लेक्टर आईएएस अधिकारी रानू साहू सचिवालय में कृषि विभाग की सचिव भी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के द्वारा कल रात को ही अपनी हिरासत में ले लिया था। इससे पहले छापेमारी के दौरान रानू साहू ने पूछताछ की गई थी, लेकिन उन्होंने ईडी को सहयोग नही किया जिसके चलते उनकी गिरफ्तारी करके आज सुबह न्यायालय में पेश किया गया है। कल शुक्रवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित 18 लोकेशन पर ईडी द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। कोरबा जिले के माइनिंग एवं रेवेन्यू यानी डीएमएफ से जुड़े कई दस्तावेजों की पुष्टि के बाद यह छापेमारी की गई थी और महत्वूर्ण सबूतों के आधार पर ही आईएएस अधिकारी रानू साहू को ईडी ने गिरफ्तार करते हुए न्यायालश में पेश किया है।
एक जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी को आईएएस अधिकारी रानू साहू बार-बार पूछने के बाद भी सहयोग नहीं करने और महत्वपूर्ण जानकारियों को छुपाने के आरोप में ईडी ने उन्हें आखिरकार रात को हिरासत में लेकर आज सुबह गिरफ्तारी को शो किया है और तत्काल उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया। इस बात की भनक उस वक्त लगी जब अदालत में कुछ लोगों ने आईएएस अधिकारी रानू साहू को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच देखा तब यह बात पूरी राजधानी में फैल गई। आईएएस रानू साहू की गिरफ्तारी उस समय हुई जब आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आईएएस अधिकारियों के एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम को संबोधित करने जा रहे थे।
जांच एजेंसी द्वारा आरोपी अधिकारी को किया स्थानीय कोर्ट में पेश।जांच एजेंसी द्वारा मांगी जाएगी रिमांड और फिर विस्तार से होगी पूछताछ। जांच एजेंसी द्वारा कल कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेता और नागरिक आपूर्ति निगम के चेयरमैन राम गोपाल अग्रवाल, ठेकेदार सुनील रामदास अग्रवाल सहित एक चार्टेड अकाउंटेंट के यहां भी की गई थी छापेमारी, छत्तीसगढ कृषि विभाग में सचिव पद पर है कार्यरत। वहीं कल कोरबा में सहायक आयुक्त और एक नगर निगम के आयुक्त के यहाँ भी की गई थी छापेमारी।
