पीलीभीत के गजरौला क्षेत्र में शिवनगर निवासी रामपाल का शनिवार को नहर से धड़ भी बरामद हो गया। बेटे ने पिता के धड़ की शिनाख्त कर ली है। शुक्रवार को दो बोरों में हाथ-पैर और सिर मिले थे। उनके शव के छह टुकड़े किए गए थे।
नहर से बरामद शव के टुकड़ों को देख लोगों को कलेजा कांप गया। रामपाल की 24 जुलाई की रात पत्नी दुलारो देवी ने कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। शव के छह टुकड़े कर दो बोरों में भरकर नहर में फेंक दिए।
पुलिस ने निगोही ब्रांच की शिवनगर नहर में पानी का बहाव बंद कराने के बाद दियूरिया कोतवाली के गांव पकड़िया के पास से दो बोरे से रामपाल के हाथ-पैर और सिर बरामद कर लिए थे, लेकिन धड़ नहीं मिला था।
पुलिस ने तलाश जारी रखी। शनिवार सुबह दियूरिया कोतवाली क्षेत्र के गांव लंमौआ के निकट नहर में ग्रामीणों ने धड़ पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी। जरा चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह फोर्स के मौके पर पहुंचे। सोमपाल ने अपने पिता रामपाल के धड़ की शिनाख्त की। धड़ को भी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
प्रेमी भी हिरासत में, घटना में संलिप्तता से किया इनकार
हत्यारोपी दुलारो देवी के प्रेमी कुंवरसेन को भी गजरौला पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि पुलिस उसे निर्दोष बता रही है। वह आज तक गांव शिवनगर नहीं आया और न ही उसे रास्ता मालूम है। पूछने पर कुंवरसेन ने बताया कि वह बरेली में नरियावल में एक फैक्टरी में काम करता है।
दुलारो और उसकी बेटी भी उसी फैक्टरी में साथ काम करते थे। उसने घटना में शामिल होने से साफ इनकार किया है। दुलारो भी प्रेमी की घटना में संलिप्ता नहीं बता रही है। वहीं इस घटना से गांव के लोग स्तब्ध हैं कि अकेली महिला इस जघन्य अपराध को कैसे अंजाम दे सकती है।