कल की कथा प्रसंग में महाराज जी द्वारा आदम से अधम व्यक्ति भी भगवान भोलेनाथ की कृपा से कुबेर की पदवी प्राप्त कर सकता है, महाराजा जी ने आगे नारद जी के प्रसंग में नारद जी का मोह कैसे भंग हुआ वो बताया। आगे महाराज जी ने सती माता का प्रसार सुनाया.
श्रावण में बाबा इस बार 2 माह के लिए धरा धाम में सब अभिलाषा की पूर्ति, सभी का वरदान पूर्ण करने हेतु अधिक श्रावण मास के रूप में विराजमान हो रहे हैं.
शिव महापुराण की महिमा है कि जो एक बार शिव महापुराण एक बार सुन लेता है उसे यम लोक की यत्नौ से मुक्ति मिल जाती है. आगे महाराज श्री ने शिव महापुराण की महिमा बताई है सृष्टि का वर्णन नारद जी का मोह भंग एवं सती जी का प्रगट्या बाटला लेते हुए कैसे अपने प्राण अपने सभी पापों से मुक्त हो कारा शिव स्वरूप होकर शिव धाम का कैसे प्राप्त कर सकते हैं ये सुनाया है