16 साल पहले मुफ्त में दिए बिजली कनेक्शनों की रीडिंग लेने पहुंचे बिजलीकर्मी, ग्रामीणों ने दौड़ाया

by Kakajee News

सरकार की ओर से 16 साल पहले मुफ्त में दिए गए बिजली कनेक्शनों की मीटर रीडिंग लेने पहुंची बिजली विभाग की टीम को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया।
ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए कहा कि उन्हें बिजली कनेक्शन मुफ्त दिए गए थे। बिजली विभाग की टीम ने ग्रामीणों को रीडिंग देने के लिए दो दिन का समय दिया। कहा कि इसके बाद कनेक्शन काट दिए जाएंगे। मामला थाना क्षेत्र के सेंडोली गांव का है।
धमोरा बिजलीघर में तैनात अवर अभियंता दीपेश कुमार सक्सेना ने बताया कि सरकार की योजना के तहत 2007 में जुडको कंपनी की ओर से गांव के 14 बीपीएल कार्डधारकों को बिजली कनेक्शन फ्री दिए गए थे। साथ ही मीटर भी लगाए गए थे। मगर ये मीटर चालू नहीं किए गए थे।
ग्रामीणों को बिल जमा करना था, लेकिन बिल जमा नहीं किया। बिजली विभाग की टीम गई तो ग्रामीणों ने मीटर शुरू करने नहीं दिया। 16 साल बाद शनिवार को बिजली विभाग उपखंड अधिकारी विवेक यादव के साथ, जेई दीपेश कुमार, लाइनमैन चौके लाल, प्रवेश कुमार, सत्यपाल, धर्मेंद्र व दो सिपाहियों के साथ गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने टीम का घेराव करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
इसके साथ ही मीटर रीडिंग देने से इंकार कर दिया, जिसके चलते टीम लौट गई। जेई दीपेश कुमार सक्सेना ने कहा कि ग्रामीणों को दो दिन का समय दिया गया है। अगर रीडिंग नहीं दी गई तो बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा।
काठगोदाम से मुरादाबाद जा रही पैसेंजर ट्रेन से पकड़े गए फर्जी टीटीई को जीआरपी ने जेल भेज दिया। जीआरपी को शुक्रवार को सूचना मिली थी कि काठगोदाम से मुरादाबाद जाने वाली पैसेंजर ट्रेन में युवक रेलवे का टीटीई बनकर यात्रियों की चेकिंग कर उनसे रुपये वसूल कर रहा है।
जिसके बाद ट्रेन में ही कुछ यात्रियों ने उस युवक को पकड़ लिया था। रामपुर स्टेशन पर पहुंचते ही उसे जीआरपी के हवाले कर दिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम संजू उर्फ हुकुम सिंह निवासी गांव खंजीपुरा थाना शाहबाद बताया।
आरोपी के पास से फर्जी आईकार्ड और कुछ रुपये भी बरामद हुए। जीआरपी थाना प्रभारी सुभाष तोमर ने बताया कि आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट और गैंगस्टर एक्ट में मुकदमे दर्ज हैं। शनिवार को आरोपी संजू उर्फ हुकुम सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करते हुए उसको जेल भेज दिया गया।

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