भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण पूर्वी और उससे लगते दक्षिणी पश्चिमी अरब सागर में एक कम दाब का क्षेत्र दबाव क्षेत्र में बदल गया है, जिससे 21 अक्तूबर की सुबह चक्रवाती तूफान आने की आशंका पैदा हो गई है। इस साल यह अरब सागर में दूसरा चक्रवाती तूफान होगा। भारतीय हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवाती तूफानों के नाम रखने के फार्मूले से इसका नाम ‘तेज’ होगा।
मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवाती तूफान रविवार तक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और दक्षिण में ओमान और यमन के तट से टकरा सकता है। हालांकि मौसम विभाग ने आशंका जाहिर की है तूफान पूर्व में आए चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की तरह अपना रास्ता भी बदल सकता है। बता दें कि बिपरजॉय तूफान को अरब सागर में उत्तर पश्चिमी दिशा में जाना था लेकिन यह अपनी दिशा बदलकर गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के तट से टकराया था। अभी तक के संकेतों से पता चल रहा है कि चक्रवाती तूफान तेज यमन-ओमान के तट से ही टकराएगा।
हालांकि वैश्विक मौसम अनुमान में कहा गया है कि यह तूफान अरब सागर में है और इसके रास्ता बदलकर पाकिस्तान और गुजरात के तट पर जाने की आशंका बनी हुई है। इस चक्रवाती तूफान में 62-88 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।