अवैध शिकारः करंट से जंगली हाथी और तीन मवेशियों की भी मौत, वन्यप्राणियों के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से हुई घटना

by Kakajee News

ELephant News Raigarh:- रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के जंगलों में विचरण करने वाले जंगली हाथियों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। एक के बाद एक करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से जंगली हाथियों की मौत हो रही है और वन विभाग इन मौतों को रोकने में अब तक नाकाम साबित हुआ है। इसी क्रम में बीती रात छाल रेंज में वन्यप्राणियों के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने से एक मादा जंगली हाथी और तीन मवेशियों की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गए हैं।

ELephant News Raigarh:- इस संबंध में  काकाजी डाॅट काम को मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के छाल रेंज में जंगल कुछ अज्ञात शिकारियों के द्वारा वन्यप्राणियों का शिकार करने के लिये बिछाये गए करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक मादा जंगली हाथी की मौत हो गई। साथ ही साथ इस करंट के संपर्क में आने से तीन अन्य मवेशियों की भी मौत हुई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई और तत्काल वन अमला संबंधित थाने की पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

 

10 से अधिक किसानों की सफलों को नुकसान
काकाजी डाॅट काम को  मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों खरसिया थाना क्षेत्र से लगे हुए जोबी गांव में भी 21 जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है। बीती रात जंगली हाथियों के इस दल ने काफरमार, जोबी एवं कुर्रू में 10 से अधिक किसानों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है वहीं कुछ झोपड़ी एवं एक सायकल को भी क्षतिग्रस्त किया है। वन विभाग हाथी प्रभावित क्षेत्र में मुनादी कराने के साथ-साथ आम जनता को जंगली हाथियों से दूरी बनाये रखने जागरूक किया जा रहा है।

वन विभाग की लापरवाही उजागर
विदित रहे कि रायगढ़ जिले के जंगलों में पिछले कुछ सालों से शिकारियों के द्वारा अवैध शिकार की घटनाओं को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। शिकारियों के द्वारा बिछाये गए करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आने लगातार वन्यप्राणियों की मौत की घटनाएं भी हो रही है। इनमें से कुछ ही मामले सामने आ पाते हैं। सोमवार को ही रायगढ़ वनपरिक्षेत्र के बंगुरसिया रेंज के नवागांव में करंट से जंगली सुअर के शिकार की जानकारी मिली थी। इसके बाद अब छाल रेंज के जंगलों में करंट से मादा हाथी और तीन मवेशियों की मौत होनें की घटना ने वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को उजागर किया है।

20 से अधिक जंगली हाथी कर रहे विचरण
एक जानकारी के अनुसार छाल रेंज कोरबा वन मंडल से जु़ड़ा होनें के चलते यहीं से जंगली हाथियों का आना-जाना लगा रहता है और वर्तमान में अभी छाल रेंज में ही 20 से अधिक जंगली हाथी विचरण कर रहे हैं। ऐसे में अगर वन्यप्राणियों का शिकार करने वाले शिकारियों को जल्द ही नही पकड़ा नही गया तो आने वाले दिनों में और भी जंगली हाथियों की मौत करंट से संपर्क में आने से हो सकती है, इस बात से इंकार नही किया जा सकता।

लगातार हो रही मौतें
यह कोई पहला अवसर नही है जब करंट की चपेट मंे आने से जंगली हाथी की मौत हुई है। धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र में ही अब तक लगभग 30 से अधिक जंगली हाथी की मौत अलग-अलग कारणों से हो चुकी है इनमें से करंट की चपेट में आने से मौत के अधिक मामले हैं। वहीं चार से पांच साल के भीतर जंगली हाथी के हमले से 50 से भी अधिक लोगों की भी मौत हो चुकी है। ELephant News Raigarh:-

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