रायपुर। एंटी नक्सल आपरेशन के बीच ओरछा मार्ग पर नक्सली वारदात फिर हो गई। जिला मुख्यालय से 58 किमी दूर टेकानार में पुलिस मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने धनोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एम्बुलेंस चालक की हत्या कर दी है।
शुक्रवार की शाम टेकानार मुर्गा बाजार से लौट रहे महतारी एंबुलेंस के ड्राइवर जयलाल बघेल (35) पिता कमलू बघेल और उसके भाई को अगवा कर अपने साथ ले गए थे। जहां एंबुलेंस चालक को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं, मृतक का भाई नक्सली चंगुल से भाग आया है।
धनोरा थाना से फोर्स घटना स्थल रवाना हो रही है। मालूम हो कि मृतक के परिवार को आठ साल पहले नक्सलियों ने मकसोली गांव से भगाया था, जिसके बाद पीड़ित परिवार धनोरा में आकर बसा है। नईदुनिया से चर्चा में पिलदास ने बताया कि शुक्रवार को मुर्गा बाजार से दोनों भाई घर आ रहे थे।
रास्ते में बंदूकधारी आधा दर्जन नक्सलियों के द्वारा घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। जिसके बाद मेरे भाई के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया गया। लहूलुहान भाई के जमीन में गिरते ही नक्सली पुलिस मुखबिरी की सजा देने की बात कहते हुए मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। उन्होंने बताया कि इसी दौरान मौका लगते ही वे नक्सलियों के चंगुल से भागकर जंगल जाकर पेड़ में चढ़कर छिप गए। रात भर पेड़ में छिपकर रहने के बाद शनिवार की सुबह गांव पहुंचकर घटना की जानकारी लोगों को देने के बाद पुलिस थाना आए हैं। इधर, धनोरा थाना प्रभारी गणेश यादव का कहना है मृतक के भाई का बयान दर्ज किया गया है। नक्सलियों की धरपकड़ के लिए फोर्स को रवाना किया गया है।
previous post