रायगढ़। प्रदूषण की चपेट में रायगढ़ जिले के नागरिकों के साथ – साथ जल,जंगल और जमीन भी है और इसके खत्म करने के लिय ठोस उपायों की आवश्यकताओं पर समय रहते यदि उपाय नहीं किया गया तो जीवन शैली बीमार ग्रस्त से ऊपर उठ कर बे इलाज होने के मार्ग पर पहुंच जाएगी।
रायगढ़ जिले के कांग्रेसियों का जत्था प्रदेश कांग्रेस के सचिव प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में जिसमे नागेंद्र नेगी,संतोष राय,अनिल चीकू,जेठूराम मनहर,यतीश गांधी और राकेश पिंकू सिंह रायगढ़ के कलेक्टर कार्तिकेय गोयल से भेंट करके ज्ञापन सौंपा जिसमे रायगढ़ जिले को प्रदुषण ने बदतर बना दिया का उल्लेख करके बताया जिले को वृहद स्तर पर प्रदूषण ने अपनी जकड़न में ले लिया है।जिले के 73 बड़े और छोटे उद्योगों के ने यह मनमानियां प्रशासन और पर्यावरण विभाग की शह पर की है।
कांग्रेसियो के जत्थे ने जिले के कलेक्टर को बताए की कोयला खदानों से हमारी हरतिमा नष्ट हो गई,जिस हरित रायगढ़ जिले में हमारे बुजुर्गजन और वरिष्ठ निवासरत रहे हैं उसे रायगढ़ जिले में सांस की बीमारी, हृदय की बीमारी,कैंसर,चमड़ी,टीवी और भयंकर रूप से वर्तमान में बाल्य काल में बच्चों का को अस्थमा की बीमारी ने चपेट में ले लिया है।
जांच का विषय यह भी है कि जिला कलेक्टर कार्यालय,रायगढ़ के प्रांगण में लगे प्रदूषण का डिस्प्ले बोर्ड कई महीनो से खराब है।जिससे वर्तमान में प्रदूषण किस स्तर पर रायगढ़ जिले के नागरिकों को नुकसान पहुंचा रहा है पता चल जाता था।
यह पूर्ण रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उसके जीवन में उद्योगों के द्वारा फैलाया गया प्रदूषण परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक है,इन सभी कारणों से उद्योगों के आगामी विस्तारीकरण की जनसुनवाईयों पर रोक लगाकर आप स्वयं भी वर्तमान में रायगढ़ निवासी होने बनिस्पत रायगढिया के पक्ष को मजबूत करेंगे।
इन कांग्रेसियों ने जिला कलेक्टर से आग्रह किया की प्रशासन कड़े ढंग से प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्यवाही करे और इस भयावह स्थिति से रायगढ़ जिले की जनता को निजात दिलाए ।