रायगढ़। देवांगन समाज की कुलदेवी मां परमेश्वरी उत्सव के अवसर पर देवांगन समाज द्वारा आज शहर में जोर-शोर व आतिशबाजी के साथ बूढ़ी माई की भव्य कलश यात्रा धूमधाम से निकाली गई। कलश यात्रा में शामिल नयनाभिराम झांकियों में छोटे बच्चे अलग-अलग रूपों में भगवान के छवि में नजर आ रहे थे, जो शहर के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। इसी तरह कर्मा नृत्य की झंकार एवं समाज के सेवक पार्टी द्वारा सेवा गीत के साथ मांदर की थाप ने दर्शकों का मनमोह लिया।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी फाल्गुन माह में आज 12 मार्च को देवांगन समाज की कुल देवी माता परमेश्वरी (कालरात्रि)पूजा व श्री बूढ़ी माई पूजन उत्सव बड़ी आस्था, उल्लास, हर्ष और उमंग के साथ संपन्न हुआ। कलश यात्रा आज प्रात: 9 बजे स्थानीय देवांगन धर्मशाला से निकलकर कोष्टापारा पैलेस रोड से होते हुए गद्दी चौक, हण्डी चौक एवं सत्तीगुड़ी चौक से होते हुए करबला तालाब स्थित मां बूढ़ी माई मंदिर पहुंची। तत्पश्चात मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद कलश यात्रा पुन: देवांगन धर्मशाला प्रस्थान किया। इस अवसर पर कोष्टा पारा रायगढ़ की कु.हरिप्रिया देवांगन मुख्य रूप से प्रथम कलश उठाई हुई थी। साथ ही कु.दीक्षा देवांगन, मनीषा देवांगन, सीमा देवांगन, रचना देवांगन, पूजा मेहर एवं तानिया देवांगन एवं समाज की अन्य कन्याएं एवं महिलाएं भी कलश उठाई हुई थी। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में समाज के बड़े-बुजुर्ग, माता-बहने एवं बच्चे शामिल थे। कलश यात्रा पूजन पश्चात देवांगन धर्मशाला में देर शाम तक भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के सभी लोगोंं ने प्रसाद ग्रहण किया। कलश यात्रा को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए युवा देवांगन बुढ़ी माई सेवा समिति का विशेष योगदान रहा। जिन्होंने करीब दो माह पहले से ही इस कार्य को लेकर पूरी मेहनत व लगन से जुटे रहे, जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज कलश यात्रा के दौरान देखने को मिला। युवा देवांगन बुढ़ी माई सेवा समिति ने रायगढ़ शहर के समस्त देवांगन परिवार के बड़े बुजुर्ग, माता, बहनों एवं बच्चों को कलश यात्रा में शामिल होने एवं समाज में एकजुटता का परिचय देने के लिए ह्दय से आभार प्रकट किया।