रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला मुख्यालय में गुरूवार की दोपहर वन विभाग और सिटी कोतवाली की टीम ने सत्तीगुडी चौक के पास स्थित एक मकान में छापामार कार्रवाई करते हुए तेंदुए की खाल के अलावा एक एयरगन बरामद किया है। इस मामले में वन विभाग की टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार को वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली की सत्तीगुड़ी चौक निवासी आकाश वर्मा के घर पर बाघ की खाल मौजूद है। सूचना मिलने पर वन विभाग और कोतवाली पुलिस की टीम सर्च वारंट जारी कर मौके पर पहुंची। जहां टीम के पहुंचने से पहले ही आकाश वर्मा घर से फरार हो गया था। जिसके बाद उसके परिजनों की सहमति से टीम ने घर की तलाशी शुरू की तो घर के अंदर बाथरूम के ऊपर के एक सेक्शन पर कार्टून के अंदर तेंदुए की खाल मिली। प्रारंभिक जांच के दौरान खाल की लंबाई करीबन 5 फीट बताई गई है।
हाल फिलहाल का हो सकता है खाल
बताया जा रहा है कि तेंदुए का शिकार कुछ दिनों पहले ही किया गया है। चूंकि तेंदुए की खाल पूरी तरीके से सूखा नहीं है। जांच के दौरान अभी यह खुलासा नहीं हो पाया है कि तेंदुए की खाल को कहां से लाया गया है और कहां इसका शिकार किया गया और कहां इसको भेजा जाना था। वन विभाग मामले की जांच में जुटी हुई है। आकाश वर्मा के पूछताछ के बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा हो सकता है।
फारेसिंक टेस्ट के लिये भेजा जाएगा खाल
गुरूवार की दोपहर वन विभाग की टीम ने शहर के मध्य स्थित एक मकान में छापामार कार्रवाई करते हुए एक मकान से जो तेंदुए की खाल बरामद की है। वह कब की है और कितने दिन पुरानी है इस बात की जांच के लिये खाल को फारेसिंक टेस्ट के लिये भेजा जाएगा।
क्या कहती हैं रेंजर
इस संबंध में रायगढ़ रेंज की रेंजर श्रीमती लीला पटेल ने बताया कि आकाश वर्मा के नाम से सर्च वारंट जारी हुआ था, मुखबिर के जरिये हमे सूचना मिली थी कि यहां तेंदुआ या फिर टाइगर की खाल है। जिसके तहत हमने सत्तीगुडी चैक के पास स्थित उनके घर में सर्च वारंट के तहत तलाशी ली। जहां हमे तेंदुए का साबूत खाल मिला, इसके अलावा एक एयर पिस्टल मिला है। इस मामले में वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई की जाएगी।