घरघोड़ा – घरघोड़ा में बस स्टैंड रेस्ट हाउस के सामने ईदगाह में जामा मस्जिद घरघोड़ा, तमनार, पूँजीपथरा क्षेत्र के हज़ारो मुस्लिमो द्वारा सुबह 8.30 बजे शांतिपूर्वक बक़रीद की नमाज़ पढ़ी गई, जिसमे पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रही साथ में आम जनों, सभी समाज के लोगो ने मुस्लिम समुदाय के लोगो को बक़रीद की मुबारकबाद दी
बक़रीद में मुल्क की खुशहाली, तरक्की, शांति और भाईचारे के लिए दुआ मांगी गई है. साथ ही कुर्बानी कबूल करने के लिए अल्लाह ताला से दुआ मांगी गई है. इसके बाद सभी इबादतगाहों पर नमाज अदा करने के साथ साथ लोग कब्रिस्तान में रूखसत हुए मुस्लिमों के लिए फातिहा भी पढ़ने जाते हैं. तत्पश्चात् वहाँ से निकल कर अपने अपने घरों में लोगो ने अल्लाह के नाम से क़ुर्बानी दी, नमाज के बाद पैगंबर हजरत इब्राहिम और पैगंबर हजरत इस्माइल की असीम कुर्बानी को याद करते हुए कुर्बानी दी गई. कुर्बानी पर्व बकरीद पैगंबर हजरत इब्राहिम एवं पैगंबर हजरत इस्माइल की कुर्बानी की याद में यह पर्व मनाया जाता है.
इस त्योहार में सभी से अमन और भाईचारा कायम रखने के साथ साथ जरूरतमंदों का ख्याल रखा जाता है.
जामा मस्जिद घरघोड़ा के इमाम ने कहा की कुर्बानी अल्लाह को बहुत प्यारी है. कुर्बानी के गोश्त का तीन हिस्सा कर एक हिस्सा गरीबों को सदका किया जाता है. दूसरा हिस्सा दोस्त, रिश्तेदारों, पड़ोसियों को और तीसरा हिस्सा खुद इस्तेमाल किया जाता है.”
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, 12वें महीने की 10 तारीख को बकरीद का त्योहार मनाए जाने की परंपरा है. यह पर्व रमजान खत्म होने के 70 दिन बाद आता है.
सुबह से बस स्टैंड रेस्ट हाउस के सामने ईदगाह में नमाज अदा करने के लिए हज़ारो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी ।ईद उल अज़हा, जिसे बकरीद के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया भर में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण मुस्लिम त्यौहार है। यह पैगंबर इब्राहिम द्वारा अल्लाह के प्रति समर्पण के रूप में अपने बेटे की कुर्बानी देने की इच्छा को याद करता है। ईद उल अज़हा या बकरीद मुसलमानों के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है।
पीएम मोदी ने दी बधाई
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बकरीद की बधाई दी। उन्होंने लिखा “ईद उल अदा की शुभकामनाएं। यह विशेष मौका हमारे समाज में एकजुटता और सौहार्द को और मजबूत करे। सभी खुश और स्वस्थ रहें।” पीएम मोदी के अलावा भी कई नेताओं ने बकरीद की बधाई दी है।