रायगढ़। रायगढ़ जिले के नगर निगम के पूर्व महापौर एवं कांगे्रस नेता जेठूराम मनहर आज कांगे्रस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीता दे दिया है। ऐन नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांगे्रस के दिग्गज नेता के इस्तीफा दे देने से कांगे्रस में हडकंप की स्थिति निर्मित हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ नगर निगम के पूर्व महापौर व कांगे्रस नेता जेठूराम मनहर ने आज कांगे्रस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है उन्होंने इस्तीफे की कापी प्रदेश कांगे्रस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज व रायगढ़ जिला कांगे्रस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला को भेजा है। कांगे्रस के वरिष्ठ नेता व पूर्व महापौर जेठूराम मनहर रायगढ़ नगर निगम के प्रथम महापौर थे। उन्होंने 2005 में भारी बहुमत से चुनाव में जीत दर्ज करके नगर निगम के पहले महापौर बनकर कांगे्रस पार्टी को मजबूती दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। कांगे्रस से इस्तीफा देने के बाद पूर्व महापौर जेठूराम मनमहर ने कहा कि मैने अपने व्यक्तिगत कारणों से कांगे्रस पार्टी से इस्तीफा दिया है। मै बीते कुछ समय से खुद को पार्टी में असहज महसूस कर रहा था। इस वजह से आज मैने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव तथा लोकसभा चुनाव में उनकी अनदेखी की जा रही थी। जिस वजह से वह अपने आपको पार्टी में असहज महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभी इस्तीफा देकर मै शांत बैठा हूं, रायगढ़ शहर में आने वाले दिनों में नगरीय निकाय चुनाव होनें वाला है उसके हिसाब से आगे फैसला लिया जाएगा।
रायगढ़ शहर जिला कांगे्रस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि मुझे भी मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि जेठराम मनहर ने व्यक्तिगत कारणों के चलते कांगे्रस से इस्तीफा दे दिया है। जेठूराम को कांगे्रस ने बहुत सम्मान दिया है। प्रथम महापौर बनने का गौरव कांगे्रस पार्टी के द्वारा दिया गया। इसके बावजूद भी उन्हें दो बार टिकट दी गई जिसमें वह सफल नही हो पाये और कांगे्रस में उनका बहुत सम्मान था। कांगे्रस पार्टी ने उन्हें जीतना दिया शायद ही कोई पार्टी उन्हें दे पायेगी। अनिल शुक्ला ने यह भी कहा कि लगातार कांगे्रस पार्टी के कार्यक्रमों में वे नही आ रहे थे। सक्रियता उनकी लगभग शून्य हो गई थी। उनके इस्तीफ से तकलीफ तो हुई है, कि हमारा एक साथी छूट गया है।