राजनांदगांव. जिले में लाक डाऊन को लेकर बड़ी- बड़ी मिटिंग करने और लोगों को कड़ाई से पालन कराने के लिए जहां बात कही जा रही है. वहीं ऐसे अधिकारी खुलेआम लाक डाऊन की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे है. ऐसा ही एक मामला राजनांदगांव में सामने आया है. जिले के जिन अफसरों पर लाक डाऊन का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है. वे अधिकारी ही लाक डाऊन के नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे है. खुलेआम मार्निंग वाक सहित बैडमिंटन खेलते नजर आ रहे है. अधिकारियों के लिए आफिसर क्लब में बनाए गए बैडमिन्टन कोर्ड में जब पूरा प्रदेश कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है. वहीं कुछ अधिकारी और बाबू बैडमिंटन का सुबह शाम मजा लेते नजर आ रहे है. यह अधिकारी और बाबू कोरोना फैलाने में किसी भी प्रकार की कोई कमी नही कर रहे है.एक दिन भी बंद नहीं है बैडमिंटन कोर्ड
पता चला है कि कलेक्टोरेट का एक बाबू जो यह कहते हुए घुमता है कि बैडमिंटन खेलने से कौन रोक सकता है. उससे तो ऐसा लग रहा है कि इस बाबू को खुली छूट दे दी गई है कि तुम बैडमिंटन खेले और खेलाओ जिसे कोरोना होगा वह या तो बेड की कमी से, आक्सीजन की कमी से या इंजेक्शन के लिए भटके- भटके मर जाएगा. सूत्र बता रहे है कि एडीएम ने लिमिटेड लोगों को ही बैडमिंटन खेलने के लिए कहा है. बता चला है कि इसी बीच कलेक्टोरेट के बाबू ने लाक डाऊन उल्लंघन की जो सूची तैयार की है. उसमें कुछ डाक्टर, शहर के कुछ व्यापारी, सीएसईबी के अधिकारी सहित कई नाम शामिल है. कलेक्टर टीके वर्मा को इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए और जो भी अधिकारी, व्यापारी दोषी है. उसके खिलाफ संक्रमण फैलाने के आरोप में कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए.
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