शाहजहांपुर के बंडा के ररूआ गांव निवासी 42 वर्षीय जागेश्वर दयाल की सोमवार रात खेत पर सोते वक्त नुकीले हथियार से सिर में वार कर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद जागेश्वर का शव चारपाई से घसीटकर मैंथा के खेत में डाल दिया गया।
मंगलवार सुबह खेत पर गए भांजे सुशील कुमार ने मामा जागेश्वर दयाल का शव पड़ा देखा, तब उसने परिजनों को खबर दी। पुलिस आई। परिजनों ने बताया कि 15 साल पहले जागेश्वर के जीजा रामकेशन की गांव के ही रहने वाले चार सगे भाइयों ने हत्या कर दी थी। इस मुकदमे में जागेश्वर मुख्य गवाह था। जीजा के हत्यारे समझौते के लिए जागेश्वर पर दबाव बना रहे थे। अभी एक-दो सप्ताह में ही जागेश्वर कोर्ट में गवाही देने वाला था, लेकिन जागेश्वर समझौते के लिए तैयार नहीं था।
इस वजह से जीजा के हत्यारों ने मुख्य गवाह साले जागेश्वर दयाल को सोमवार रात चारपाई पर सोते वक्त किसी नुकीले हथियारे से कनपटी पर वार कर दिया, जिस कारण जागेश्वर की मौत हो गई। इसके बाद हत्यारों ने चारपाई से जागेश्वर का शव घसीटकर मैंथा के खेत में डाल दिया और फरार हो गए। घटनास्थल का एसपी एस आनंद ने मौका मुआयना किया है। सीओ भी वहां मौजूद रहे।