बीते दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच मनमुटाव की खबरों ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। इसके बाद टीएस सिंह देव के इस्तीफे की खबर भी तेजी से फैली। हालांकि इसका खंडन करते हुए इसे महज एक अफवाह बताया गया है।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के कार्यालय ने इस्तीफे की खबर का खंडन करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद खबर है। मंत्री के खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही है। हाल ही में टीएस सिंह देव ने कांग्रेस के ही एक विधायक बृहस्पत सिंह द्वारा हमले का आरोप लगाने के बाद राज्य सरकार के ‘स्पष्ट बयान’ की मांग करते हुए विधानसभा से बहिर्गमन किया था। सिंहदेव ने कहा था, “मैं खुद को इस सदन के सत्र का हिस्सा बनने के योग्य नहीं मानता, जब तक कि सरकार जांच का आदेश नहीं देती या बयान जारी नहीं करती।
दिसंबर 2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद जब बघेल और उनके दो वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगी टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू कांग्रेस के प्रमुख दावेदार थे। तब सीएम पोस्ट-शेयरिंग फॉर्मूला छत्तीसगढ़ के राजनीतिक दायरे में चर्चा का विषय रहा है। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि बघेल और टीएस सिंह देव के बीच ढाई साल के सत्ता बंटवारे के फार्मूले के आधार पर शीर्ष पद के लिए आम सहमति बनी है।