कचरे के ढेर के नीचे मिला खजाना, छठी शताब्दी की 22 अनमोल ज्वेलरी मिली

by Kakajee News

कई बार ऐसे खबरें सामने आई हैं जब उन जगहों पर पैसे और सोने-चांदी के खजाने निकल आए जहां से कोई उम्मीद नहीं कर सकता था। डेनमार्क से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां कचरे के ढेर के पास बड़ा खजाना हाथ लग गया। यह सब तब हुआ जब पुरातत्वविदों की एक टीम ने यह कर दिखाया। इस खजाने में बहुत पुराने समय की 22 अनमोल ज्वेलरी निकली है, ये ज्वेलरी छठी शताब्दी की हैं।

दरअसल, यह घटना डेनमार्क के कोपेनहेगन की है। ‘यूरो न्यूज’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुरातत्वविदों ने जमीन के नीचे छिपे सैकड़ों साल पुराने बेशकीमती खजाने की खोज की है और ये खजाना आखिरकार जाकर कचरे के ढेर के पास मिला है।

वेजले संग्रहालय के पुरातत्वविदों ने पहले पैमाइश की और जब जगह का पता चल गया तो खुदाई शुरू कर दी गई। बताया जा रहा इसकी कीमत इतनी महंगी है कि अभी तक इसका अंदाजा ही नहीं लगाया गया है, ये सभी चीजें संग्रहालय में रखी जाएंगी।

जानकारी के मुताबिक, इस खजाने का पता भी बड़े ही दिलचस्प तरीके से लगा है। पुरातत्वविदों की टीम के सदस्य ने बताया कि वे और उनके कुछ साथी डेनमार्क के जेलिंग सिटी स्थित अपने दोस्त के फार्म हाउस की जमीन को स्कैन करने के लिये मेटल डिटेक्टर और बाकी उपकरण लेकर पहुंचे थे। उन्होंने सोचा भी नहीं था कि वो अब तक के सबसे बड़े खजाने की खोज करने जा रहे हैं।


उन्होंने बताया कि वह जगह एक कचरे के ढेर के नीचे डिटेक्ट हुई थी। उस जगह कीचड़ भरा हुआ था। इसके बाद जब सर्चिंग शुरू हुई तो धीरे-धीरे चीजें सामने आ गईं। जमीन में दबे सोने की 20 से अधिक चीजें निकली हैं। इसके अलावा दो पाउंड से अधिक सोने के खजाने को उजागर किया गया।

रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि आधिकारिक बयान में बताया गया है कि डेनमार्क का क्षेत्रफल 43,000 वर्ग किलोमीटर है और डिटेक्टर को ठीक उस जगह पर रखा जहां यह खजाना गड़ा था। बताया जा रहा है कि इस जगह पर एक पुराना गांव भी था जो सैकड़ों साल पहले ही नष्ट हो गया है।

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