सड़क दुर्घटना में घायलों के लिए मसीहा बनेंगे संजय अग्रवाल, अब इलाज के अभाव में नही होगी मौतें, घायलों को तत्काल मिलेगा उपचार, एनआर उद्योग कर रहा है स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार, ग्रामीणों ने संजय अग्रवाल का जताया आभार

by Kakajee News

रायगढ़। रायगढ़ घरघोड़ा मार्ग जिसे दुर्घटनाओं की सड़क भी कहा जाता है और इस सड़क की बदहाल स्थिति के चलते आए दिन मौतों का तांडव और वाहन चालकों के घायल होनें का रिकार्ड है। लेकिन अब इस सड़क में दुर्घटनाओं में घायल लोगों को तत्काल इलाज के जरिए बचाने का प्रयास एनआर उद्योग करने जा रहा है। बंजारी के पास स्थित एनआर व्हीएस स्टील लिमिटेड के मुख्य गेट के सामने एक अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है और इस अस्पताल में घंटे दो डाक्टरों के साथ साथ नर्सो का स्टाफ तथा एंबुलेंस की सुविधा भी तैनात रहेगी। वहीं ग्राम तराईमाल में भी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। वहां भी दो डाक्टरों के अलावा नर्सो का स्टाफ, पैथालॉजी सेंटर, ओपीडी रूम का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। एनआर उद्योग के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने यह पहल अपने पिता नंदकिशोर अग्रवाल व माता गुलाबी देवी के सपनों को पूरा करने के लिए जनता सेवा में करने का संकल्प लिया है।


रायगढ़ जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य सुविधाओं की और बढ़ोतरी के सोंच तथा सड़क दुर्घटनाओं में इलाज के अभाव में दम तोड़ते लोगों को बचाने के लिए एनआर गु्रप ने एक बड़ी पहल की है। जिसमें जिला मुख्यालय के अशर्फी देवी अस्पताल में 10 बिस्तरों का अस्पताल का निर्माण शुरू करने के साथ साथ रायगढ़ घरघोड़ा मार्ग पर एनआर व्हीएस पावर लिमिटेड़ के गेट के सामने एक अस्पताल का निर्माण के साथ साथ ग्राम तराईमाल में भी एक प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र बनाने की पहल की है। इस संबंध में एनआर गु्रप के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि रायगढ़ जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए जिला कलेक्टर भीम सिंह के दिशा निर्देश पर ये तीनों बड़े काम शुरू हो चुके हैं और जल्द ही जनता की सेवा के लिए ये तीनों अस्पताल तैयार हो जाएंगे।


एनआर गु्रप के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि रायगढ़ जिले में उनके उद्योग खुलने के दौरान उन्होंने यह महसूस किया था कि बढ़ती सड़क दुर्घनाओं में ज्यादातर मौतें समय पर इलाज नही मिलने के चलते होती है और उन्हें रोकने के लिए बंजारी के पास उनके उद्योग के गेट के सामने लगभग 25 लाख की लागत से एक ट्रामा संेटर का निर्माण करवाया जा रहा है जिसमें 24 घंटे दो डाक्टरों की टीम तथा अन्य नर्स व स्टाफ की तैनाती रहेगी। इसके अलावा एक एंबुलेंस भी वहां दी जा रही है ताकि सूचना मिलते ही घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने के लिए काम आए।

संजय अग्रवाल ने यह भी बताया कि ग्राम तराईमाल के ग्रामीणों की मांग पर तराईमाल के पास ही लगभग 40 लाख की लागत से एक प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र भी बनाया जा रहा है जिसमें डाक्टर के बैठने के लिए ओपीडी, पैथालॉजी सेंटर, मरीजों के बैठने के लिए सुविधा और एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है। बातचीत के दौरान उद्योगपति संजय अग्रवाल बताते हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी के लिए उनके पिता श्री नंदकिशोर अग्रवाल व माता गुलाबी देवी की सोंच है वे अक्सर अखबारों में सड़क दुर्घटनाओं तथा अन्य दुर्घटनाओं से इलाज के अभाव में दम तोड़ते लोगों को बचाने के लिए हमेशा कुछ करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और जिला कलेक्टर भीम सिंह ने भी इस दिशा पर काम करने के लिए उनको प्रेरित किया है।


स्वास्थ्य सेवाओं में ग्रामीण इलाकों के भीतर तथा दुर्घटनाओं के नाम पर पहचान बनी रायगढ़ घरघोड़ा मार्ग की सडक पर एक अस्पताल बनाने की बड़ी पहल पर तराईमाल सहित बंजारी, लाखा एवं आसपास के ग्रामीणों ने संजय अग्रवाल का आभार जताया है, चूंकि यहां के ग्रामीणों ने इस इलाके में सड़कों पर दौड़ते वाहनों तथा समय पर अस्पताल नही पहुंचने के चलते लोगों की मौत को करीब से देखा है इसलिए स्वास्थ्य सुविधाओं की बढोतरी का एक सपना पूरा होनें पर ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा।

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