दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दुष्कर्म पीड़िता को धमकाने और एक गवाह पर कातिलाना हमले की साजिश का भंडाफोड़ किया है। इसमें बहुचर्चित रिंगिंग बेल्स कंपनी के संस्थापक पर अपने ही साढ़ू को फंसाने का प्रयास करने का आरोप है।
क्राइम ब्रांच ने मामले में रिंगिंग बेल्स कंपनी के संस्थापक मोहित गोयल (34), उसके पीएसओ विनीत उर्फ शैंकी (31) और सिक्योरिटी कंपनी के मालिक सुमित यादव (28) समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की मानें तो इसमें मुख्य आरोपी मोहित गोयल है, जिसने यह साजिश गाजियाबाद निवासी अपने साढ़ू विकास मित्तल को फंसाने की लिए रची थी। पुलिस ने मोहित से एक ऑटोमेटिक पिस्टल और विनीत से वारदात में इस्तेमाल किया गया फोन बरामद किया है। क्राइम ब्रांच के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया कि द्वारका निवासी एक दुष्कर्म पीड़िता को बार-बार धमकी दिए जाने के मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट ने बीते साल 7 दिसंबर को क्राइम ब्रांच को सौंपी थी।
इस मामले में धमकी देने वाले अनजान कॉलर को ढूंढ़ने के लिए दिल्ली पुलिस की तरफ से 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। मामले की जांच इंटर-बॉर्डर गैंग इन्वेस्टिगेशन स्क्वॉड के एसीपी गिरीश कौशिक की अगुवाई वाली 12 सदस्यों वाली टीम को सौंपी गई थी। इस टीम ने कई महीने तक तकनीकी जांच, डेटा एनालिसिस और टीम के सदस्यों के नेटवर्क से कई सूचनाएं एकत्र कर उस अनजान कॉलर की पहचान गुरुग्राम के विनीत कुमार के रूप में की।
जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि आरोपी गुरुग्राम में लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है। हालांकि, क्राइम ब्रांच की टीम ने अंतत: 2 अक्टूबर को गुरुग्राम के एक अपार्टमेंट से आरोपी को दबोच लिया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि मोहित गोयल और सुमित यादव मुख्य साजिशकर्ता हैं। इसके बाद पुलिस ने 5 अक्टूबर को मोहित गोयल को नोएडा स्थित उसके अपार्टमेंट से धर दबोचा, जबकि सुमित यादव को 6 अक्टूबर को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया।
कारोबारी विवाद की वजह से रची साजिश
जांच के दौरान सामने आया कि कारोबारी विवाद की वजह से मोहित का अपने साढ़ू विकास मित्तल से पंगा चल रहा था। विकास को लंबे समय तक जेल भेजने के लिए मोहित ने यह साजिश रची थी। मोहित को पता चला कि विकास परिवार के साथ उज्जैन गया है तो उसने विनीत को वहां भेजा। वहां से विकास के नाम से द्वारका इलाके में दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता को धमकाने लगा। विकास जब दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा तो पुलिस ने उसे धमकाने के आरोप में दबोच भी लिया, लेकिन, जब विकास पुलिस हिरासत में था तो भी विनीत ने वहीं से पीड़िता को फिर जान से मारने की धमकी दे डाली। 24 सितंबर 2020 को मोहित ने पीड़िता को धमकाने के लिए विनीत को सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन भी भेजा। इस मामले में केस दर्ज हुआ और सुमित यादव को गवाह बनाया गया।
फर्जी केस भी दर्ज कराया
मोहित और सुमित ने विकास को फंसाने के लिए साजिश रची थी। इसके लिए बीते साल 18 अक्टूबर को विनीत ने गुरुग्राम से सुमित को धमकी भरा कॉल किया। सुमित उस समय हरियाणा के जींद में था, जहां उसने चार हवाई फायर किए जिसके आधार पर विकास मित्तल के खिलाफ हमले का केस दर्ज कराया गया था।
कौन है मोहित गोयल?
मुख्य आरोपी मोहित गोयल मूल रूप से यूपी के शामली का रहने वाला है। उसने वर्ष 2016 में रिंगिंग बेल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की शुरुआत की और भारत सरकार के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के नाम पर फ्रीडम -251 के नाम से सबसे सस्ता स्मार्टफोन लॉन्च कर हरिद्वार में फैक्ट्री भी लगाई, लेकिन फोन लॉन्च के दौरान राष्ट्रीय ध्वज के दुरुपयोग का मामला दर्ज हुआ। वहीं, लोगों से रकम लेने के बावजूद फोन की डिलिवरी नहीं करने पर देशभर में कई एफआईआर भी दर्ज किए गए।
