उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में धनतेरस के दिन मंगलवार सुबह रफ्तार का कहर नजर आया। मुहम्मदाबाद क्षेत्र के अहिरौली गांव के सामने मंगलवार की सुबह आठ बजे एक बेकाबू ट्रक सड़क के किनारे चाय की दुकान में बैठे छह लोगों को रौंदते हुए एक पेड़ से जा टकराया। दर्दनाक हादसे में सभी की मौत हो गई।
ग्रामीणों ने ट्रक छोड़कर भाग रहे चालक को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने चालक को छुड़ा कर अस्पताल भेजा। नाराज ग्रामीणों ने शवों को सड़क पर रख कर गाजीपुर-भरौली मार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे डीएम और एसपी ने मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये मुआवजा और योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद जाम खत्म हुआ। करीब साढ़े तीन घंटे चले जाम के दौरान आवागमन बाधित रहा।
सीएम योगी ने की आर्थिक मदद की घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देने की घोषणा की है। अहिरौली गांव की चट्टी पर वीरेंद्र गुप्ता उर्फ झब्बू की चाय-मिठाई की दुकान है जहां रोज सुबह लोग एकत्रित होते हैं। दुकान अभी खुली नहीं थी। सुबह आठ बजे के करीब कुछ लोग दुकान के सामने रखी चौकी पर बैठकर बातचीत कर रहे थे।
इसी बीच भरौली की तरफ से आ रहा ट्रक बेकाबू हो गया और चौकी पर बैठे लोगों को रौंदते हुए सामने एक पेड़ में टकराकर रुक गया। ट्रक से कुचलने पर अहिरौली गांव निवासी वीरेंद्र राम (45), सत्येंद्र ठाकुर (32), गोलू यादव (15) और जियनदासपुर निवासी उमाशंकर यादव (60) की मौके पर ही मौत हो गई।
दो लोगों ने उपचार के दौरान तोड़ा दम
गंभीर रूप से घायल अहिरौली निवासी चंद्रमोहन राय (45) और श्यामबिहारी कुशवाहा (32) को परिजन जिला अस्पताल ले आए जहां इलाज के दौरान दोनों लोगों की मौत हो गई। उधर, दुर्घटना के बाद भाग रहे ट्रक चालक बिहार प्रांत के चौसा निवासी अवधेश सिंह को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसे जमकर पीटा। बाद में पुलिस ने उसे छुड़ाया और अस्पताल भिजवाया।
हादसे से नाराज ग्रामीणों ने गाजीपुर-भरौली मार्ग पर जाम लगा दिया। जानकारी होने पर डीएम मंगला प्रसाद सिंह और एसपी रामबदन सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये आर्थिक मदद और अन्य योजनाओं का लाभ दिलाने का भरोसा देकर जाम समाप्त कराया।
सुबह आठ बजे से लगा जाम साढ़े तीन घंटे बाद दिन में 11.30 बजे खुला। इसके बाद पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसडीएम आशुतोष कुमार ने बताया कि जाम समाप्त हो गया है। सरकार की तरफ से मृतक के परिजनों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।