क्या जंगली हाथियों को जहर देकर मारने की थी योजना, पढ़िये पूरी खबर……..

by Kakajee News

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर स्थित ओडगी ब्लाक के खैरा गांव में खेतों में 25 हाथियों में से 7 हाथी अचानक बेहोश होकर खेतों में गिर गए और इसकी जानकारी आज सुबह ग्रामीणों को मिली। जिसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई। जंगली हाथियों के अचानक बेहोश होनें के मामले में जांच शुरू हो गई है। इस इलाके में बीते कई दिनों से 25 से अधिक जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है और इनके उत्पात से आधा दर्जन से भी अधिक मकानों के साथ साथ फसलों को भी लगातार नुकसान पहंुच रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब खेतों में घुसे हाथी अचानक एक के बाद एक बेहोश होते चले गए।


खेतों में बेसुध होकर पड़े इन जंगली हाथियों को देखकर गांव वाले हैरान है और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कैमरे के सामने नही आ रहे हैं चूंकि छत्तीसगढ़ के रायगढ़, सरगुजा, जशपुर, कोरबा के अलावा महासमुंद इलाकों में लंबे समय से जंगली हाथियों के उत्पात से लोग परेशान है और इनके अवैध शिकार के भी मामले में बड़े पैमाने पर सामने आए हैं जिनमें सर्वाधिक रायगढ़ जिले के धरमजयगढ वन मंडल से है, लेकिन सूरजपुर के जंगली में 25 हाथियों के झुंड में से 7 जंगली हाथी एक एक करके बेसुध होकर खेतों में गिरने के मामले में वन विभाग परेशान है चूंकि इनके बेहोश होनें से अवैध शिकार की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। आज सुबह जब खेतों में बेहोश पड़े जंगली हाथियों को ग्रामीणों ने देखा तो उन्होंने बताया कि इस इलाके में 25 जंगली हाथियों का दल घरों को तथा फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है और सुबह जब वे खेतों के किनारे पहुंचे तो सात जंगली हाथी खेतों के बीच बीच अलग अलग जगहों में बेहोश पड़े थे। ग्रामीणों का कहना है कि इनके बेहोश होनें का कारण समझ से परे है। ग्रामीण बताते हैं कि जंगली हाथियों का दल देर रात इस गांव में घुसे थे और सुबह इनमें से सात हाथी बेहोश पड़े दिखाई दिये।


आधा दर्जन से अधिक जंगली हाथियों के खेतों में बेहोश पड़े रहने के मामले में वन विभाग के कोई भी बड़े अधिकारी कैमरे के सामने नही आ रहे हैं चूंकि बेहोश पड़े जंगली हाथियों को देखने से लग रहा था कि उन्हें कोई नशीला पदार्थ का सेवन किया है। जिससे वे बेसुध होकर खेतों में ही गिर गए हैं। इस संबंध में गांव के ही वनपाल बताते हैं कि हम लोगों को सुबह पता चला कि सात हाथी यहां के खेतों में बेहोश पड़े हैं। इनमें से दो हाथी अब तक उठ चुके हैं और लगता है कि बाकी हाथी भी बेहोशी से मुक्त होकर जल्दी उठ जाएंगे। वनपाल का कहना है कि ग्रामीणोंने बताया कि कोदो फसल खाने से इन जंगली हाथियों की यह हालत हुई है।


वहीं सूरजपुर जिले के वनमंडलाधिकारी का कहना है कि सात में से दो जंगली हाथी बेहोशी से उठ चुके हैं और इनके बेहोशी का कारण जांच के बाद पता चलेगा, जिसके लिए डाक्टरों की एक टीम बुलाई गई है। बहरहाल पहली बार जंगली हाथियों द्वारा फसल खाने के बाद बेहोश होनें के मामला सामने आया है। लेकिन वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ऐसे गंभीर मामलों में कुछ भी खुलकर बोलने से कतरा रहे हैं। लेकिन वे बताते हैं कि डाक्टरों की टीम जांच करने के बाद ही जंगली हाथियों के बेहोशी होनें का कारण पता लगाएगी।

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