रायगढ़। रायगढ़ जिले के सरिया थाना क्षेत्र में विगत एक अगस्त को मिली दो लाशों के मामले में पुलिस ने आज खुलासा करते हुए इस दोहरे हत्याकांड का कारण तंत्र मंत्र के चलते बताया है और इसमें सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक नाबालिग शामिल है और अभी भी पूजा पाठ व तंत्र मंत्र कराने वाले तांत्रिक के अलावा उसका एक साथी फरार है जिसकी तलाश जारी है।
महानदी के पानी में एक महिला व एक पुरूष की हत्या के बाद दोनों शवों को पत्थर से बांधकर फेंका गया था जिसकी बरामदगी के बाद से सरिया पुलिस ओडिसा सहित रायगढ़ जिले के आसपास के दर्जन भर थानों से दोनों मृतकों की शिनाख्त में लगी थी और अब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ है जिसमें अपने ही सगे बेटे ने मां बाप को मौत के घाट केवल इसलिये उतरवा दिया था चूंकि उसकी तबियत खराब रहती थी और तांत्रिकों ने उसे यह सलाह दी थी कि उसके मां बाप जब तक जिंदा रहेंगे तब तक उसकी तबियत ऐसी ही रहेगी। तब बेटे ने तांत्रिक के साथ मिलकर इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने आज पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि बीते 1 अगस्त को महानदी में पत्थर से बंधी दो लाशें मिलने के बाद थाना प्रभारी सरिया के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर अज्ञात मृतकों एवं आरोपियों की पतासाजी के लिए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये गये थे। थाना प्रभारी सरिया द्वारा मृतकों की शिनाख्त की के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक तथा अपने मित्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में मृतकों के फोटोग्राफ्स शेयर कर जानकारी को शेयर करने के लिये भी कहा गया था। साथ ही सरिया पुलिस की टीम रायगढ़ तथा उड़ीसा के ज्यादातर सार्वजनिक स्थानों में मृतकों के मृतकों के पंपलेट चस्पा कर मृतकों की शिनाख्त करने में जुटी हुई थी।
अभिषेक मीना ने बताया कि इस जांच के दौरान थाना प्रभारी सरिया को मृतकों के महेशपुर बागबाहर के सुकरू यादव (40 साल) मनमती यादव (35 साल) के होने की जानकारी मिली। थाना प्रभारी अपने टीम के साथ महेशपुर पहुंचकर गोपनीय तरीके से जानकारी लेने पर विधि से संघर्षरत बालक सहित कुल 8 लोगों के द्वारा मिलकर जादू टोना के संदेह पर 30 जुलाई की रात्रि घटना को अंजाम देने की जानकारी मिली जिस पर एक-एक कर पुलिस टीम द्वारा दबिश देकर रायगढ़ जिले के लैलूंगा एवं जशपुर जिले के विभिन्न इलाकों से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है तथा घटना में शामिल एक आरोपी दशरथ यादव फरार हो गया पुलिस टीम द्वारा तांत्रिक को भी मामले का आरोपी बनाया गया है जिसकी तलाश जारी है।
क्यों की गई मां बाप की हत्या नाबालिग बेटे ने पुलिस को ऐसा दिया बयान
गिरफ्तार किये गए नाबालिग ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वे दो भाई और एक बहन है, इसके माता पिता अलग रायगढ़ भगवानपुर में रहकर माली का काम करते थे। वे लोग जो भी कमाते दोनों भाइयों को कुछ नहीं देते यह लोग अपने गांव की खेती कर जीवन यापन कर रहे बड़े भैया खुलेश्वर यादव कुछ माह से मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था जिसे सतगुरु आश्रम ग्राम झीमकी चैकी कोतबा के तांत्रिक क्षेत्र मोहन यादव के पास ले जाकर झाड़-फूंक कर आए तो तांत्रिक छत्रमोहन यादव बोला कि तुम्हारे भैया को तुम्हारे माता-पिता मिलकर जादू टोना कर पागल कर दिए हैं तुम लोग उन्हें जान समेत मार दोगे तो तुम्हारा भाई ठीक हो जाएगा और तुम आर्थिक रूप से भी संपन्न हो जाओगे तब यह अकेले इस काम को कर पाने में अक्षम होने के कारण अपने जीजा नरसिंह यादव और चचेरे भाई राजू राम यादव, भोले शंकर यादव, शंकर यादव, खगेश्वर यादव, ईश्वरी यादव और दशरथ यादव के साथ मिलकर सुकरू राम यादव और मनवती यादव की हत्या का प्लान बनाएं।
प्लान के तहत यह लोग हत्या कर शव को महानदी में फेंकना तय किए थे और प्लान के तहत 30 जुलाई को योजना बनाकर एक बोलेरो वाहन किराए में लेकर रायगढ़ आये। इसका जीजा नरसिंह यादव बोलेरो वाहन क्रमांक सीजी 14 डठ 3288 को लेकर स्वयं चलाते हुए सभी को वाहन में बिठाकर 30 जुलाई की रात भगवानपुर और घटना को अंजाम देने के लिए साथ में रस्सी, गमछा और प्लास्टिक का सिंका लेकर आए थे और माता-पिता के किराए मकान में पहुंचकर उन्हें बोले कि खुलेश्वर यादव का तबीयत बहुत ज्यादा खराब है चलो उसे देख कर आना और उन्हें झूठ बोलकर बोलेरो वाहन में बिठाकर सूरजगढ़ महानदी पुल के उस पार सरिया भटली रोड तक ले गए गाड़ी को रोड किनारे एकांत तरफ ले गए तब उसके माता पिता कहने लगे कि यह कहां ले आए इसी बीच खगेश्वर यादव और शंकर यादव उसके माता पिता के हाथ पकड़ कर मुंह को दबा दिए और विधि से संघर्षरत बालक और दशरथ यादव गमछा को दो टुकड़ों में फाड़ कर दोनों महिला पुरुष के गले में लपेट का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दिए और फिर लाश को छुपाने के उद्देश्य से सभी मिलकर रोड किनारे पड़ा दो नग सीमेंट का खम्मा का टुकड़ा और सीमेंट खंबा के वजन के टुकड़े को प्लास्टिक के सिंका से महिला और पुरुष के गले में बांधकर बोलेरो वाहन से परसरामपुर महानदी पुल के ऊपर ले जा कर लाश को छिपाने के उद्देश्य से पुल से नीचे महा नदी में फेंक दिए और बोलेरो से अपने अपने घर चले गए। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से 5 नग मोबाइल, बोलेरो वाहन तथा घटनास्थल से 2 नग पत्थर, 2 नग सिंका, 2 नग टावेल, 1 रस्सी की जप्ती किया गया है।
इस अंधे हत्याकांड को सुलझाने के लिये सरिया थाना प्रभारी उप निरीक्षक कमल किशोर पटेल के साथ प्रधान आरक्षक भुनेश्वर पंडा, खीरेंद्र कुमार जलतारे, अर्जुन पटेल, आरक्षक राजकुमार साव, मुकेश साहू, कन्हैया चैहान, पुरुषोत्तम राठौर, सुशील यादव और विपिन कुमार डेहरी का सराहनीय योगदान रहा है। मामले का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना द्वारा नगद इनाम राशि से पुरस्कृत किया है।