रायगढ़. कोटरी का शिकार करने वाले पांच आरोपियों को वन अमला ने धर दबोचा है। मामले में अपराध कायम कर जेल दाखिल कराया गया है। उक्त मामला तमनार वन परीक्षेत्र की है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पांच ग्रामीणों ने मिलकर एक कोटरी का शिकार किया और उसे बजरमुड़ा गांव के आगे आवास प्लाट के पास आपस मे बांट कर पकाने की तैयारी की जाती, लेकिन तब तक मामले की सूचना वन अमला को लग चुकी थी। इसके बाद संबंधित बीटगार्ड ने मामले की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी। जहां कोड़केल डिफ्टि रेंजर को मुखबिर तंत्र फैला कर मामले की पतासाजी करने निर्देशित किया गया। मुखबिर की सूचना पर मामले को सही पाने के बाद डीएफओ प्रणय मिश्रा के निर्देशानुसार व एसडीओ टीसी पहारे के मार्गदर्शन में तमनार रेंजर सीआर राठिया व उनकी टीम ने बजरमुड़ा बस्ती के आगे आवास प्लाट क्षेत्र में दबिश दी। जहां से रघुनाथ पिता रामनाथ सिदार निवासी बजरमुड़ा, प्रेम सिंह पिता रामसिंह कलगा व कमल पिता ज्ञानी कलगा को गिरफ्तार कर पूछताछ किया गया। तब उन्होंने दो अन्य साथी का भी साथ मे होना बताए। जहां शिकारियों के दो साथी शंकर पिता नोहरसाय अगरिया व जयराम पिता पिलाराम की तलाश शुरू की गई और उन्हें भी गिरफ्तार किया गया। शिकारियों के पास से लगभग ढाई किलो से अधिक का कोटरी मांस जब्त किया गया। एसडीओ टीसी पहारे ने बताया सोमवार को कार्यवाही पूर्ण कर घरघोड़ा न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड पर पांचों आरोपियों को जिला जेल रायगढ़ में दाखिल कराया गया है।