राजस्थान में पेपर लीक को लेकर एक बार फिर हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बीते हुए कल यानि 19 फरवरी को प्रदेश में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) संविदा भर्ती के एग्जाम का आयोजन हुआ था.
परीक्षा रविवार को सुबह 10:30 मिनट से शरू होनी था, लेकिन एग्जाम से 2 घंटे पहले ही पेपर सोशल मीडिया की एक साइट पर लीक हो गया. इसके चलते अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि CHO का पेपर सुबह 8 बजकर 2 मिनट Whatsapp पर आ गया था. उन्होंने कहा कि परीक्षा में पूछे गए 78 सवाल वायरल पेपर में थे.
हालांकि, इस मामले को लकेर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा का कहना है कि ये एक अफवाह है. वहीं, इस पेपर लीक को लेकर बीजेपी ने एक बार फिर अशोक गहलोत सरकार पर हमला किया है. भाजपा का कहना है कि प्रदेश सरकार पेपर लीक की घटना को किसी तरह भी रोक नहीं पा रही है.
इस पेपर लीक को लेकर 19 फरवरी को ही परीक्षा के खत्म होने के बाद कई अभ्यर्थियों ने इसकी सूचना दी. उन्होंने कहा कि सुबह 8 बजे ही उन्होंने परीक्षा केंद्र के काउंटर पर अपना मोबाइल फोन जमा करा दिया था, उसके बाद वह पेपर देने चले गए. वहीं, जब वे लोग पेपर देकर आए तो पूरा पेपर Whatsapp पर पेपर आया हुआ था. इसके चलते जब सवालों को मिलाया गया तो प्रश्नन पत्र में पूछे गए 78 सवाल मैच कर रहे हैं.
इस मामले को लेकर झुंझुनूं की रहने वाली एक अभ्यर्थी ने कहा कि उसके नंबर पर एक फोन नंबर से पूरे पेपर की फोटो खींच कर भेजी हुई थी. ये फोटो के स्क्रीन शॉट उन्होंने शिकायत करते हुए पेश भी किए.
इस पेपर लीक को लेकर जिस मोबाइल नंबर पेपर वायरल हुआ था, उस नंबर पर फोन किया गया तो सामने से महेश सैनी नाम के एक व्यक्ति ने बात की. उसने कहा कि उसने किसी को कुछ नहीं भेजा है. बिना मेरे भेजे ही उसके नंबर से मैसेज कैसे पहुंचे, इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है.
इस बात को लेकर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. हरिप्रसाद शर्मा ने पेपर लीक की बात पर इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि ये कोचिंग माफियाओं की करतूत है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर पेपर खत्म होने के 2 घंटे बाद शिकायत दर्ज की गई, जो सही नहीं है. उन्होंने इसके बाद कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ है.