दिल लगाया तो फायदे में रहेंगे. हार्ट अटैक, कैंसर, बीपी की टेंशन दूर!

by Kakajee News

दिल लगाना दवा का काम भी करता है, यदि आप प्यार में हैं या शादीशुदा हैं तो हार्ट अटैकका खतरा अपने आप कम हो जाता है.

यह दावा US की एक वैज्ञानिक ने किया है. इस रिसर्च में ऐसे लोग शामिल किए गए थे जो पिछले एक दशक से हार्ट की बीमारी से जूझ रहे हैं.

इसमें सामने आया है कि जो लोग शादीशुदा नहीं हैं, उनकी हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना दोगुनी होती है, जबकि शादी करने वाले और पार्टनर के साथ खुश रहने वाले लोग इस डिसीज पर जीत हासिल कर लेते हैं. खास बात ये है कि हार्ट अटैक के साथ-साथ कैंसर और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों की टेंशन भी दूर रहेगी.

स्वास्थ्य तय करता है रिलेशनशिप स्टेटस
दिल के मरीजों पर पर रिसर्च करने वाली यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो की डॉ. कैटरीना लीबा के मुताबिक किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य काफी हद तक उसका रिलेशनिशप स्टेटस तय करता है. खासतौर से इस बारे में जानना इसलिए जरूरी हो जाता है क्योंकि लोग बूढ़े हो रहे हैं और लंबे समय तक जी रहे हैं, ऐसे में इन्हें सपोर्ट की जरूरत है. डॉ. कैटरीना के मुताबिक हमें सिर्फ मरीजों के मेडिकल रिस्क के बारे में नहीं सोचना है, बल्कि उनके जीवन के संदर्भ के बारे में भी विचार करना होगा.

पुरुषों के लिए फायदेमंद है शादी
डॉ कैटरीना के मुताबिक 1893 से लेकर 2019 तक हर दशक में यूके में शादी का आंकड़ा गिरा है. बकौल डॉ कैटरीना इससे पहले हुई रिसर्च में भी ये सामने आ चुका है कि शादीशुदा कपल लंबी जिंदगी जीते हैं, खासतौर से पुरुषों के लिए ये ज्यादा फायदेमंद होती है. दरअसल आपका जो भी पार्टनर होता है वह आपके अकेलेमन और मानसिक परेशानियों को कम करता है इससे हाई ब्लड प्रेशर, हर्ट अटैक और कैंसर का खतरा कम होता है.

अविवाहित लोगों में हर्ट अटैक का खतरा ज्यादा
डॉ. लीबा ने 6800 लोगों पर रिसर्च की और उनके स्वास्थ्य और शादीशुदा स्थिति के बारे में जानकारी ली. इसमें सामने आया कि शादीशुदा लोगों के मुकाबले अविवाहित लोगों में हर्टअटैक का दोगुना खतरा है. रिसर्च में सामने आया कि महिलाएं अपने पति की दवा से लेकर डॉक्टर के साथ उनके अपॉइटमेंट तक का ख्याल रखती हैं.

महिलाओं पर नहीं होता असर
एक तरफ तो शादी होने का बाद पुरुषों में हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है, दूसरी तरफ महिलाओं पर इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. डॉ. लीबा अमेरिकल कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी कांफ्रेंस में इस रिसर्च को प्रस्तुत किया है.

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