रायगढ़ । छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अवैध खनिज परिवहन को लेकर प्रशासनिक कार्रवाई अचानक तेज कर दी गई है। चूंकि लंबे समय से रायगढ़ जिले में कोयला, गिट्टी, रेत के साथ-साथ अन्य गौण खनिज के लिये रायल्टी की चोरी व अवैध तरीके से परिवहन करने की शिकायत प्रशासन को मिल रही थी जिसके चलते जिला कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा व पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के निर्देशन में जिले में अवैध उत्खनन, परिवहन, भण्डारण के खिलाफ एक टीम बनाकर ताबड़तोड कार्रवाई करते हुए बीते 24 घंटे के भीतर अवैध खनिज परिवहन कर रहे कुल 28 गाडियों को जब्त किया गया है औैर छ.ग.गौण खनिज नियमावली के तहत दण्डात्मक कार्यवाही भी की जा रही है।
पूरे जिले में एक साथ शुरू हुआ है जांच अभियान
रायगढ़ जिले के सभी ब्लाक मुख्यालयों के साथ-साथ खनिज चैकियों से गुजरने वाले वाहनों की जांच के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाये जाने से एक साथ 28 वाहनों को जब्त किया गया है और इस कार्रवाई के बाद संबंधित ट्रांसपोर्ट से जुड़े मालिकों को भी तलब किया गया है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिला कलेक्टर व जिले के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर खनिज अमला एवं पुलिस अमला की संयुक्त दल द्वारा रायगढ़ जिले के तारापुर चैक, खरसिया, घरघोड़ा, लैलूंगा, धरमजयगढ़, पंूजीपथरा क्षेत्र में छापामार तरीके से निरीक्षण किया गया। अचानक किये गए निरीक्षण के दौरान गौण खनिज चूनापत्थर के 13 वाहन एवं रेत के 15 वाहन के द्वारा अवैध खनिज परिवहन करते पाये जाने पर कार्यवाही कर गाडियों को जब्त किया गया। जिला खनिज अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि इस मामले में छ.ग.गौण खनिज नियमावली के विभिन्न धाराओं के अंतर्गत दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना अभिवहन पास के खनिजों का परिवहन करना दण्डनीय अपराध है। आगे भी इस प्रकार अवैध परिवहन की लगातार जांच व कार्यवाही की जाएगी।
जब्त वाहनों व खनिज की कीमत लाखों में
जिला कलेक्टर तारण सिन्हा ने इस संबंध मंे बताया कि बीते 24 घंटे के भीतर खनिज परिवहन में लिप्त 28 वाहनों को जब्त करने के बाद उनमें लदे खनिज की कीमत 30 लाख से भी अधिक है और वाहनों की कीमत 70 लाख से अधिक आंकी जा रही है और इन सभी वाहन चालकों के खिलाफ खनिज अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके ट्रांसपोर्टरों को तलब किया जा रहा है।