कोरिया । आवारा कुत्तों के झुंड ने बिस्किट लेने दुकान गई एक पांच साल की मासूम बच्ची को चीर फाड डाला। आवारा कुत्तों का यह झुंड मासूम बच्ची को तब तक नोचता रहा जब तक बच्ची की मौत नही हो जाती। मामला छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले के सीतापुर निवासी अजय मांझी और उसका परिवार ईट भट्ठे में काम करने के लिये कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर आया हुआ है। यह परिवार छिंदडांड में ढाबे के पास किराये के मकान में रहता है। शुक्रवार को अजय मांझी के पांच साल की मासूम बेटी सुकांति बिस्किट लेने दुकान गई हुई थी। इस बीच मासूम को रास्ते में आवारा कुत्तों के झुंड ने घेर लिया और देखते ही देखते कुत्तों ने सुकांति पर हमला कर दिया। जिससे उसके चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों को बुरी तरह नोच डाला।
आवारा कुत्तों के हमलो से बुरी तरह घायल मासूम चिखती रही चिल्लाती रही मगर उसकी आवाज किसी ने नही सुनी। जिसके बाद आवारा कुत्ते उसे घसीटते हुए दूर ले गए। कई घंटे बीत जाने के बावजूद बच्ची के घर नही लौटने पर परिजन जब उसे ढंूढने निकले तब उन्होंने देखा कि उनकी बच्ची को कुत्ते घेर कर नोच रहे थे। तब परिजन किसी तरह मासूम को कुत्तों से छुड़ाया और तत्काल उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां उपस्थित डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में जिला अस्पताल के डाक्टर अभिषेक गढ़ेवाल ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर तकरीबन साढ़े 12 बजे जब बच्ची को अस्पताल लाया गया तब उसके शरीर में कुत्ते के काटने के काफी निशान थे। उसका चेहरा भी कुत्तों ने बुरी तरह नोच डाला था। जिससे उसकी मौत हो गई थी। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
वहीं बैकुंठपुर थाना प्रभारी अश्विनी सिंह ने बताया कि मासूम बच्ची पर आवारा कुत्तों ने हमला किया है। ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज नही होती। पालतू कुत्ते के काटने के मामले में मालिक पर एफआईआर दर्ज होती है। बच्ची की मौत के संबंध में तहसीलदार से चर्चा कर परिजनों को मुआवजा देने की बात कही जा रही है।