रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में हनी ट्रैप में फंसकर ब्लैकमेलिंग से तंग आकर एक छात्र के द्वारा घास मारने की दवा का सेवन कर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित परिजनों को मृत्य प्रमाण पत्र नही मिलने की वजह से थाने में रिपोर्ट नही करा पाएं हैं। हनी ट्रैप में यह जिले का पहला आत्महत्या का मामला है। यह पूरा वाक्या पुसौर थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक के अंतर्गत आने वाले एक का रहने वाले छात्र को एक महिला ने हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर दिया था। महिला के द्वारा उसको पैसे नही देने पर वीडियो परिजनों को भेज देने की लगातार धमकी भी दी जा रही थी। जिसके बाद छात्र ने जैसे तैसे चोरी छिपे अपने ही घर के एकाउंट से फोन पे के जरिये ब्लैकमेलर को पहले 5 अप्रैल की दोपहर सवा तीन बजे 2000 रूपये भेजा जिसके बाद ब्लैकमेलर के द्वारा और पैसे की मांग किये जाने के बाद उसने फिर से 3ः19 बजे 1100 भेजा गया। इसके बावजूद ब्लैकमेलर उससे बार-बार पैसे की मांग करते रहा।
छात्र कोई काम धाम नही करने के अलावा एक गरीब परिवार से था जिससे उसे पैसे जुटाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। छात्र के और पैसे नही दे पाने की स्थित में ब्लैकमेलर ने छात्र के पिता को फोन कर पूरी बात बताई और उनसे भी पैसे मांग करने लगा, जिसके बाद छात्र के पिता ने कहा मेरा बेटा ऐसा नही है और फिर उसने अपने बेटे विजय को फोन पर इस पूरे मामले के बारे में पूछा तो उसने इन सब बातों से इंकार कर दिया था।
इसी बीच बुधवार की शाम को ही छात्र के परिजनों को सूचना मिली कि उसका पुत्र बेसुध अवस्था में खेत के पास पड़ा हुआ है। जिसके बाद परिजनों के द्वारा आनन-फानन में छात्र को 5 अप्रैल की शाम मेडिकल कालेज रायगढ़ लाकर भर्ती कराया गया। जहां तीन दिनों तक यहीं उपचार के बावजूद उसके हालत में सुधार नही होनें के कारण उसे 7 अप्रैल को रायपुर के मेकाहारा में ले जाया गया जहां 14 अप्रैल की रात छात्र की मौत हो गई।
दोषी को सजा मिले
मृतक छात्र के पिता ने बताया कि हनी ट्रैप के जाल में फंसकर उसके बेटे की मौत हो चुकी है, वो चाहते हैं कि जो घटना उनके पुत्र के साथ घटित हुई है, वह घटना किसी और छात्र के साथ घटित न हो, जो भी इस घटना का दोषी है, पुलिस जांच उपरांत उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। पुलिस की कार्रवाई के बाद ही उनके बेटे को न्याय मिल सकेगा।
अब तक नही हुआ एफआईआर
मृतक छात्र के पिता ने यह भी बताया कि हनी ट्रैप के जाल में फंसने से उन्होंने अपने होनहार बेटे को खोया है, इसके बावजूद पुलिस इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय छात्र के मृत्यु प्रमाण पत्र के इंतजार की वजह से अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नही हो सकी है।
अपराधी को ढूंढकर करेंगे गिरफ्तार- सीएसपी
इस संबंध में सीएसपी अभिनंद उपाध्याय ने बताया कि इस मामले में रायपुर से जीरो में कायमी आने के बाद पूरे मामले की जांच करेंगे और वे स्वयं इस प्रकार के ब्लेकमेलिंग करने वालों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज करके उन्हें पकड़ने के लिये जोर लगायेंगे। आज ही पुसौर थाने से संपर्क किया गया है चूंकि लड़के की मौत रायपुर में हुई है तो वहां से जीरो में कायमी दर्ज की गई है जिसका आना अभी बाकी है। उसके बाद इस पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी। बातचीत के दौरान सीएसपी ने कहा कि जिस नंबर से ब्लैकमेल हुई 306 में अपराध दर्ज कर आरोपी को ढूंढकर गिरफ्तार किया जाएगा। परिवार वालों को कहा गया है कि फोन से कोई भी चीज डिलीट न करें चूंकि जिस नंबर से काॅल और पैसों का लेन देन हुआ है वह हमारे लिये महत्वपूर्ण है।
