रायगढ़। कल से रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान में अंतराष्ट्रीय रामायण महोत्सव का बड़ा आयोजन होनें जा रहे है और तीन दिन तक चलने वाले इस समारोह का विधिवत शुभारंभ व समापन छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के हाथों संपन्न होगा। रामायण महोत्सव में देश के 14 राज्यों के साथ-साथ चार अन्य देशों के आने वाले कलाकार शिरकत कर रहे हैं और इस आयोजन को लेकर शहर के हर चैक-चैराहों पर लगे बैनर पोस्टर कहने को तो स्वागत करने के लिये लगाए गए हैं लेकिन हर बैनर में उन नेताओं की फोटो लगी है जो आने वाले विधानसभा चुनाव में दावेदारी की ताल ठोक रहे हैं।
इतना ही नही संस्कृति विभाग की तरफ से जारी बैनर पोस्टरों में केवल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का चेहरा है तो स्थानीय कांगे्रसियों द्वारा जो बैनर पोस्टर लगाए गए हैं उनमें रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक व महापौर जानकी काटजू के साथ-साथ सभापति जयंत ठेठवार का नाम व फोटो गायब है। जबकि कुछ दावेदारों ने अपनी फोटो के साथ-साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो तथा अपने समर्थकों की फोटो लगाकर इस राष्ट्रीय स्तर के रामायण महोत्सव में अपना प्रचार-प्रसार करना शुरू कर दिया है जो चर्चा में है।
बैनर पोस्टर से कांगे्रस के भीतर की गुटबाजी सड़क पर आ गई है और इसी मामले को लेकर भाजपा कांग्रेस की गुटबाजी और कलह को लेकर तंज कस रही है। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष आलोक सिंह का यहां तक कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता ही अब विधायक प्रकाश नायक को विधायक मानने से इंकार करने लगे हैं और बैनर पोस्टर में विधायक की तस्वीर लगाना भी लाजमी नहीं समझ रहे। इधर कांग्रेस इसे प्रिंटिंग मिस्टेक बता कर गुटबाजी की बात से साफ इंकार कर रही है। इस संबंध में शहर जिला कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि रामायण महोत्सव के दौरान लगाए गए बैनर पोस्टरों में प्रिटिंग मिस्टेक के चलते ये गलती हुई है और कहीं भी गुटबाजी नही है।
भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अब विधायक से इतने निराश हो चुके हैं कि उन्हें विधायक मानने से परहेज कर रहे हैं। बैनर पोस्टर में उनकी तस्वीर न होना ये बताने को काफी है कि विधायक की कार्यशैली निष्कृय रही है। कांग्रेस में आपसी गुटबाजी कलह चरम पर है ऐसे में कार्यकर्ता आने वाले चुनाव में भाजपा के लिए काम करते नजर आएंगे। जिला भाजपा के उपाध्यक्ष आलोक सिंह ने कहा कि कांग्रेस के अंदर खींचतान गुटबाजी की ये स्थिति है कि कांग्रेस के संगठन ने विधायक प्रकाश नायक को विधायक मानने से मना कर दिया है होर्डिंग्स से उनकी तस्वीर गायब हैं मेयर सभापति की तस्वीरें गायब है ये उजागर होता है कि कांग्रेस में कलह चरम पर है। विधायक को कार्यक्रमो में बुलाया नहीं जा रहा है।
तीन दिन तक चलेगा राष्ट्रीय रामायण महोत्सव
रायगढ जिला मुख्यालय में 1 जून से 3 जून तक राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन करने जा रही है। इस आयोजन में सीएम सहित मंत्री मंडल शामिल होने वाले हैं। सीएम भूपेश बघेल व कई मंत्रियों के आगमन को लेकर शहर में होर्डिंग्स व बैनर लगाए जा रहे हैं। अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने चर्चा के दौरान कहा कि जिन बैनर पोस्टरों में विधायक की तस्वीर नहीं है उसे कांग्रेस संगठन के प्रोटोकाल के तहत नहीं लगाया गया है। ये प्रिंटिंग मिस्टेक भी हो सकता है। कांग्रेस में कुछ विघ्नसंतोषी लोग हैं जिन्होने संभवतः ऐसा किया होगा। कांग्रेस संगठन पूरी गंभीरता से इन पर ध्यान दे रहा है।
आमंत्रण पत्र भी चर्चा में
राष्ट्रीय स्तर के रामायण महोत्सव में जहां कांगे्रस के भीतर दावेदारों की राजनीति चर्चा में है वहीं संस्कृति विभाग द्वारा बांटे जाने वाले आमंत्रण पत्र भी चर्चा में आ गया है। मुख्य सचिव के नाम से प्रेषित इस आमंत्रण पत्र में जिले की सांसद गोमती साय का नाम 01 जून से लेकर 03 जून तक चलने वाले कार्यक्रम की लिस्ट में कहीं भी नही दर्शाया गया है। इतना ही नही नगर निगम के सभापति जयंत ठेठवार का नाम भी आमंत्रण पत्र से गायब है। हालांकि सांसद गोमती साय का नाम आमंत्रण पत्र में नही दिये जाने पर भाजपा द्वारा कोई प्रतिक्रिया नही दी गई है। वहीं कांगे्रस के ही सभापति जयंत ठेठवार का नाम गायब होनें से अंदर ही अंदर कांगे्रस के एक घटे में बड़ी नाराजगी देखी जा रही है।
