रायगढ़। शुक्रवार की सुबह जंगल से भटककर गांव की तरफ पहुंचा भालू शावक गड्ढे में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल भालू शावक अपने पीछे के दोनों पैर में चल नही पा रहा है और गांव के ग्रामीणों के द्वारा इसका वीडियो भी बनाया गया है जो अब सोशल मीडियो में तेजी के साथ वायरल हो रहा है। इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारियों को इसकी खबर तक नही अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करता है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज के अंतर्गत आने वाले कटईपाली एवं पुसल्दा के बीच शुक्रवार की सुबह तकरीबन 6 बजे जंगल से भटककर एक भालू शावक गांव की तरफ पहंुच गया। जहां ग्रामीणों ने भालू शावक को देखकर हो हल्ला मचाना शुरू किया तो भालू शावक भागने लगा और भागते-भागते वह एक गड्ढे में गिर गया जिससे उसे गंभीर चोट आई है और चलने में असमर्थ हो गया है। जिस स्थान पर भालू गिरा हुआ है वहां गांव के ग्रामीण भी पहुंचकर हो हल्ला करते हुए वीडियो भी बनाया गया है जो अब सोशल मीडिया में वायरल होनें लगा है।
गांव के ग्रामीणों के अनुसार अंदेशा जताया जा रहा है कि गड्ढे में गिरने की वजह से भालू शावक को गंभीर चोट लगी है जिसकी वजह से वह अपने पैरो में चलने में भी असमर्थ हो गया है और जिसकी वजह से वह छोटे से दीवाल को भी पार नही कर पा रहा है। इस घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद वन विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नही पहुंच सका। छाल रेंज इससे पहले भी वन विभाग के अधिकारियों के कई लापरवाही मामले सामने आ चुके हैं। गांव के ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते भालू का उपचार नही किया गया तो उसकी मौत भी हो सकती है। इस संबंध में अधिक जानकारी के जब हमने संबंधित वन परिक्षेत्र के डीएफओ के अलावा रेंजर से संपर्क करने उनके मोबाईल नंबर में संपर्क किया गया लेकिन उनका फोन हमेशा की तरह आउट आफ रेंज आया।
एक अन्य जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ का छाल रेंज हाथी प्रभावित क्षेत्र है और यहां 16 से अधिक जंगली हाथियों का दल विचरण कर रहा है और कुछ दिनों पहले ही इसी क्षेत्र में जंगली हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत भी हो चुकी है। घना जंगल होनें की वजह से इस क्षेत्र के कई प्रकार के वन प्राणी विचरण कर रहे हैं।