राजस्थान के बूंदी जिले के सदर थाना इलाके के तीखा बरडा में 12 वर्षीय बालक अपने खेत पर गया था। इसी दौरान तीन आवारा कुत्तों ने उसे घेरा और उस पर हमला बोल दिया। उसे जगह-जगह काट लिया। सिर पर 50 से 60 घाव हुए हैं। शरीर पर 22 जगह नोंचने के निशान मिले हैं। कुत्तों ने बच्चे को गंभीर घायल कर दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बूंदी शहर से 10 किलोमीटर दूर सदर थाना क्षेत्र के तीखा बड़ा गांव में हिंसक कुत्तों ने हमला कर 12 वर्षीय मांगीलाल की जान ले ली। कुत्तों ने इतनी बुरी तरह काटा कि शरीर पर चिकित्सकों को ड्रिप लगाने तक की जगह नहीं मिली। अत्यधिक खून बहने से बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ आशीष शर्मा ने बताया कि कुत्तों ने बच्चे की मेजर आर्टरी को दो भागों में काट दिया था। इससे काफी खून बह गया। उसे बचाया नहीं जा सका।
आधा सिर गायब हो गया, सिर-पैर को जबड़ों से पकड़कर खींचा
तीखा बड़ा गांव के मांगीलाल पुत्र भोजराज गुर्जर रविवार सुबह करीब छह बजे खेत के लिए निकला था। रास्ते में उसे तीन कुत्तों ने घेर लिया। कुत्तों के हमले के समय मांगीलाल के परिजन खेत पर मौजूद थे। उन्होंने बच्चे को कुत्तों से लकड़ी के सहारे अलग कराने की कोशिश की। तब तक बच्चा पूरी तरह लहूलुहान हो चुका था। हंगामा सुनकर मांगीलाल के पिता दौड़कर आए। कुत्तों को काफी मशक्कत के बाद अलग किया। कुत्तों का हमला इतना भयंकर था कि उपचार के दौरान ड्रिप लगाने की जगह तक नहीं मिली। बच्चे के सिर पर 50 से 60 घाव मिले हैं। उसका आधा सिर गायब था। कंधे और पैरों पर भी काटा था। कुत्तों ने उसके सिर और पैर को जबड़ों से पकड़कर खींचा था।
नर्सिंग स्टाफ भी नहीं देख पा रहा था
बच्चा कुत्तों से बचने के लिए दौड़ता रहा। कुत्तों ने उसे घेरकर गिराया। खेत तक पहुंचने पर परिजनों ने कुत्तों को भगाया और गंभीर अवस्था में मांगीलाल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। बूंदी की सदर थाना पुलिस द्वारा मृतक बालक के शव का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। कुत्तों के आतंक से ग्रामीण सहमे हुए हैं। बच्चों को बाहर खेलने भी नहीं निकलने दे रहे। सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।