रायपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव गुरुवार को श्रावण मास के पवित्र मास में अपनी पत्नी के साथ अमरकंटक धाम पहुंचे। यहां उन्होंने मां नर्मदा की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
साव ने बताया कि यह नर्मदा नदी छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश दोनों राज्य के लिए महत्वपूर्ण है। नर्मदा नदी को मान्यता के हिसाब से माता नर्मदा की स्वरूपिणी माना जाता है और इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। विशेष रूप से श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) के दौरान नर्मदा पूजा का आयोजन किया जाता है। वर्षों से वे इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। प्रति श्रावण माह में वे सपरिवार पूजा-अर्चना करने आते हैं।
भूपेश राज में अमरकंटक क्षेत्र का नहीं हुआ विकास, पर्यावरण का किया विनाश
BJP प्रदेश अध्यक्ष साव ने कहा कि अमरकंटक का जो पठार है, वह छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 4 हजार हेक्टेयर में फैला हुआ है। जिसका विस्तार गौरेला विकासखंड के ग्राम ठाड़पथरा, तवाडबरा, चुक्तीपानी व आमानाला गांव में हैं। सरकार को लगभग 1 हजार 5 सौ 22 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण, सीवरेज, पॉलीथीन बैग पर प्रतिबंध, और एलपीजी को बढ़ावा देने की विभिन्न योजनाओं
पर कार्य करने की आवश्यकता है। जिसके माध्यम से क्षेत्र का पर्यावरण संरक्षित किया जा सके। मगर भूपेश बघेल और उनकी भ्रष्ट सरकार कोयला के साथ पर्यावरण को भी बर्बाद करने में लगी है।
भूपेश बघेल जी बताएं उनकी सरकार ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला बनाने के बाद इस क्षेत्र के लिए किस तरह का विकास कार्य किया है।