छत्तीसगढ़ में कृषि विभाग के संचालक पद पर पदस्थ एवं रायगढ़ तथा कोरबा जिले की पूर्व कलेक्टर 2010 बैच की प्।ै अधिकारी रानू साहू 3 दिन के लिए ईडी रिमांड पर भेज दिया गया है। जबकि आज ईडी ने रानू साहू की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश करते हुए 15 दिन की रिमांड मांगी थी। लेकिन लंबी बहस के बाद न्यायालय ने मात्र तीन दिन की रिमांड दी। जिसके बाद रानू साहू को ईडी अपने साथ ले गई। जहां उनसे लंबी पूछताछ की जाएगी।
आईएएस अधिकारी व कृषि विभाग में संचालक पद पर पदस्थ तथा रायगढ़ एवं कोरबा की पूर्व कलेक्टर रानू साहू को आज सुबह ईडी ने गिरफ्तार किया था और उन्हें विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने इस गिरफ्तारी के बाद न्यायालय के सामने कई तर्क रखते हुए रानू साहू को 14 दिन की रिमांड पर देने की मांग की थी। मगर कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड दी है।
अब रानू साहू को 25 जुलाई को पुनः कोर्ट में पेश किया जाएगा। आइएएस अधिकारी रानू साहू पर कोयला परिवहन से लेकर डीएमएफ और सार्वजनिक खाद्य वितरण (पीडीएस) में भ्रष्टाचार करने का आरोप है। रानू साहू छत्तीसगढ़ की दूसरी प्।ै ऑफिसर हैं जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया। आईएएस रानू साहू के वकील फैजल रिजवी ने बताया कोल से संबंधित इसएसआर है 9ध्2022 उसी में इनको लाए गया है और पूर्व में भी इनको बुलाया गया था।
अक्टूबर 2022 से लेकर जनवरी 2023 तक बुलाया गया और जब जब इन्हें बुलाए गया है इन्होंने सहयोग किया है। जनवरी 2023 के बाद से आज तक इनको कोई भी समन नहीं दिया गया है। शुक्रवार को अचानक ईडी की टीम ने उन्हें हिरासत में लेकर आज कोर्ट में पेश किया है। वकील फैजल रिजवी ने बताया कि रानू साहू पर आरोप लगाया गया है कि जब वे कोरबा में कलेक्टर थी, उसमें दो लोगों के वाट्सएप चैट सामने आए है व एक डायरी जब्त की गई है, जिसमें आर एस लिखा हुआ, जिसके आधार पर उनको अरेस्ट किया गया है।