प्रवर्तन निदेशालय रायपुर में तैनात उप निदेशक हेमंत ने रविवार को थाना कासना में रिपोर्ट दर्ज कराई । उनके मुताबिक ईडी छत्तीसगढ़ में करोड़ो के शराब घोटाले में मनी लांड्रिंग की जांच कर रही है। जांच में पाया गया कि शराब के सिंडिकेट की मिलीभगत से नोएडा स्थित कंपनी में असली और डुप्लीकेट दोनों होलोग्राम बनाए गए
ये होलोग्राम विधु गुप्ता के नोएडा स्थित प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के कारखाने में बनाए गए। इस कंपनी को होलोग्राम बनाने का टेंडर अवैध तरीके से दिया गया। हर होलोग्राम में 8 पैसा कमीशन लिया गया। आरोप है कि डुप्लीकेट होलोग्राम नोएडा फैक्ट्री में बनाने के बाद सिंडिकेट संचालकों के पास ले जाया गया।
नकली होलोग्राम लगाकर बड़े पैमाने पर छत्तीसगढ़ में देश में बनी शराब बेची गई। शराब की बोतल में लगा होलोग्राम उसका उसके सुरक्षित और सही होने का प्रमाण होता है। होलोग्राम की संख्या सिंडीकेट के कहने पर उसके हिसाब से छापकर करके भेजी जाती थी।
5 साल में 80 करोड़ होलोग्राम छापने का एग्रीमेंट हुआ था। होलोग्राम को नोएडा के कारखाने में छापकर सड़क के रास्ते छत्तीसगढ़ ले जाया जाता था।
आरोप है कि इस खेल में छत्तीसगढ़ राज्य के खजाने को 1200 करोड़ का नुकसान हुआ है। उनके अनुसार ईडी ने जांच के दौरान पीएचएफएस नोएडा फैक्ट्री से 2021 में डुप्लीकेट होलोग्राम जब्त किए हैं। ईडी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में माना कि नकली होलोग्राम छापकर वो इस गोरखधंधे में लगे थे
नोएडा पुलिस के मुताबिक इस मामले में थाना कासना में अरुण पति त्रिपाठी, स्पेशल सेक्रेट्री एक्साइज, निरंजन दास एक्साइज कमिश्नर, अनिल टुटेजा (आईएएस) विधु गुप्ता और अनवर देहबर के खिलाफ धारा 420, 468, 471, 473, 484 ,120- बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।